हूती विद्रोहियों ने बुधवार (9 जुलाई, 2025) को लाल सागर में एक कार्गो जहाज पर हमला कर उसे डुबा दिया. हूती विद्रोहियों के हमले के एक दिन बाद बचाव दल ने जहाज के 10 क्रू सदस्यों को लाल सागर से बचा लिया.
लाइबेरिया के झंडे वाला और ग्रीस की ओर से संचालित इटरनिटी सी जहाज पर 25 क्रू सदस्य तैनात थे. बुधवार (9 जुलाई, 2025) को हूती विद्रोहियों ने दावा किया था कि जब उन्होंने जहाज पर हमला किया तो उस हमले में जहाज के चार क्रू सदस्यों की मौत हो गई.
वहीं, रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जहाज के 11 अन्य क्रू सदस्यों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है, क्योंकि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के समूह ने कुछ नाविकों को अपना बंधक बनाने का भी दावा किया है.
हूती विद्रोही समूह ने जहाज के डूबने का शेयर किया वीडियो
बचाव अभियान में शामिल सुरक्षा फर्मों के मुताबिक, ग्रीस संचालित जहाज लगातार दो दिनों तक हूती विद्रोहियों के हमले को झेलने बाद समुद्र में समा गया. वहीं, हूती विद्रोहियों ने इटरनिटी सी जहाज के डूबने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
हूती विद्रोही समूह के शेयर किए गए वीडियो में यमन नौसैनिक बलों की ओर से जहाज के डूबने के दौरान क्रू सदस्यों को बाहर निकलने के निर्देश दिए जाने और उसके बाद जहाज में हुए कई विस्फोट की आवाजें भी सुनाई दे रही है. हालांकि, रॉयटर्स ने इस ऑडियो और जहाज डूबने की जगह की पुष्टि नहीं की है.
BREAKING:
The Houthis have published a video of their attack against the Greek-owned bulk carrier Eternity C.
The killed a number of Filipino sailors and took several more hostage.
This video shows the ship sinking earlier today pic.twitter.com/Ze2DyWTUxq
— Visegrád 24 (@visegrad24) July 9, 2025
समुद्री संगठनों ने की जहाज पर हमले की निंदा
लाल सागर में ग्रीस संचालित इटरनिटी सी जहाज पर हूती विद्रोहियों के हमले की कई समुद्री संगठनों ने संयुक्त बयान जारी कर निंदा की है. इसके साथ, समुद्री संगठनों ने क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है.
हूती विद्रोहियों के हमले के बाद लाल सागर में कम हुई जहाजों की आवाजाही
उल्लेखनीय है कि हूती विद्रोहियों के हमले में लाल सागर में डूबे दोनों जहाज लाइबेरियाई झंडे के साथ ग्रीस की कंपनियों की ओर से संचालित होते थे. इसके अलावा, उनकी अन्य सहयोगी जहाज पहले ही इजरायल के बंदरगाहों तक पहुंच चुके थे. वहीं, हूती विद्रोहियों के हमले के कारण लाल सागर के महत्वपूर्ण समुद्री रास्ते पर ट्रैफिक कम हो गया है.
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