<p>अगर आपका सपना लेखन, एंटरटेनमेंट या न्यूज इंडस्ट्री में काम करने का है, लेकिन आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किस कॉलेज में एडमिशन लें, तो आप अकेले नहीं हैं. हजारों छात्र ऐसे ही दुविधा में हैं. लेकिन इस सर्वश्रेष्ठ जर्नलिज़म कॉलेजों की लिस्ट के साथ आपकी समस्या काफी हद तक सुलझ सकती है. एक अच्छा जर्नलिजम कॉलेज चुनना उतना ही कठिन हो सकता है जितना उसमें एडमिशन लेना. इतने सारे विकल्प और धोखाधड़ी से भरे विज्ञापन देखकर चीजें थोड़ा कंफ्यूजिंग हो सकती हैं. लेकिन चिंता मत करें, हम आपकी मदद करने के लिए यहां हैं.</p>
<p>हमने भारत भर के दस सबसे अच्छे जर्नलिजम और मास कम्युनिकेशन कॉलेजों की लिस्ट तैयार की है, ताकि आपको आसानी से अपना पसंदीदा कॉलेज चुनने में मदद मिल सके. देखिए यह लिस्ट:</p>
<p><strong>इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (IIMC), नई दिल्ली</strong></p>
<p>इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (IIMC) की स्थापना 1965 में हुई और यह भारत का सबसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान है. NAAC द्वारा A++ ग्रेड प्राप्त इस संस्थान में हर साल 90% से अधिक प्लेसमेंट होता है. रवीश कुमार और विनोद दुआ जैसे प्रतिष्ठित पत्रकार इस संस्थान के पूर्व छात्र हैं. यहां के फैकल्टी मेंबर्स मीडिया इंडस्ट्री के अनुभवी लोग हैं और छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है. यहां पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा कोर्स की वार्षिक फीस लगभग 80 हजार से 2.5 लाख रुपये है.</p>
<p><strong>जमिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली</strong></p>
<p>जमिया मिलिया इस्लामिया के मास कम्युनिकेशन विभाग की स्थापना 1971 में हुई. NAAC द्वारा A++ ग्रेड प्राप्त इस विभाग में अत्याधुनिक स्टूडियो और मीडिया लैब हैं. यहां का रिसर्च विभाग भी बहुत मजबूत है और छात्रों को शोध कार्य के लिए विशेष प्रोत्साहन मिलता है. एमए पत्रकारिता की वार्षिक फीस लगभग 65 हजार से 87 हजार रुपए है. विश्वविद्यालय का मीडिया लैब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है.</p>
<p><strong>एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म, चेन्नई </strong></p>
<p>एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म की स्थापना 2000 में हुई और यह द हिंदू समूह द्वारा समर्थित है. दक्षिण भारत का सर्वश्रेष्ठ मीडिया संस्थान माना जाने वाला यह कॉलेज अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान करता है. प्रिंट और डिजिटल मीडिया में विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है और उद्योग जगत से निरंतर संपर्क बना रहता है. पीजी डिप्लोमा कोर्स की वार्षिक फीस लगभग 4.7 लाख रुपये है. यहां की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंडस्ट्री कनेक्शन्स बेहतरीन हैं.</p>
<p><strong>इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेश (IIMC), ढेंकनाल</strong></p>
<p>इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेश, ढेंकनाल (IIMC ढेंकनाल) की स्थापना 1993 में हुई. यह IIMC का पूर्वी भारत में स्थित कैंपस है और यहां की फीस दिल्ली कैंपस के समान (60 हजार से 2.2 लाख रुपये वार्षिक) है. ओडिया भाषा में पत्रकारिता का विशेष कोर्स यहां की खास विशेषता है. हरे-भरे परिसर में स्थित यह संस्थान शांत वातावरण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता है. यहां से पास आउट छात्र पूर्वी भारत के प्रमुख मीडिया संस्थानों में कार्यरत हैं.</p>
<p><strong>सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन (SIMC), पुणे</strong></p>
<p>सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे की स्थापना 1990 में हुई. UGC मान्यता प्राप्त और NAAC द्वारा A ग्रेड प्राप्त यह संस्थान 3.5-5 लाख रुपये वार्षिक फीस लेता है. यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतरीन है और अंतरराष्ट्रीय सहयोग कार्यक्रमों के कारण छात्रों को वैश्विक अनुभव मिलता है.</p>
<p><strong>ज़ेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन्स, मुंबई</strong></p>
<p>ज़ेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन्स, मुंबई की स्थापना 1969 में हुई और यह मुंबई का सबसे पुराना मीडिया संस्थान है. मजबूत एल्युमनी नेटवर्क और बॉलीवुड कनेक्शन के कारण छात्रों को फिल्म और टेलीविजन में विशेष अवसर मिलते हैं. वार्षिक फीस लगभग 2.5 लाख से 3.7 लाख रुपये है. इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा नियमित गेस्ट लेक्चर्स होते हैं.</p>
<p><strong>दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म</strong></p>
<p>दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म की स्थापना 1989 में हुई. राजधानी के प्रमुख निजी मीडिया संस्थानों में शामिल यह संस्थान वार्षिक 2.5 लाख रुपये फीस लेता है. संस्थान की खास बात है कि यहां टेलीविजन पत्रकारिता पर विशेष जोर दिया जाता है और इसके लिए अत्याधुनिक स्टूडियो उपलब्ध है. यहां के शिक्षक वर्तमान में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार हैं जो छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान देते हैं. प्लेसमेंट में विशेषकर हिंदी न्यूज चैनलों में अच्छे अवसर मिलते हैं.</p>
<p><strong>मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन</strong></p>
<p>मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन 1997 में स्थापित हुआ. यहां की वार्षिक फीस 4 लाख रुपये है. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह संस्थान अंतरराष्ट्रीय मानकों की शिक्षा प्रदान करता है. विशेषकर न्यू मीडिया और डिजिटल जर्नलिज्म में यहां का कोर्स बेहतरीन माना जाता है.</p>
<p><strong>भारतीय विद्या भवन (BVBFTS), मुंबई</strong></p>
<p>भारतीय विद्या भवन, मुंबई की स्थापना 1938 में हुई, और इसका पत्रकारिता विभाग 1969 में शुरू हुआ. मुंबई के मरीन ड्राइव पर स्थित यह संस्थान अपनी मध्यम फीस (वार्षिक 1.2 लाख रुपये) और उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के लिए जाना जाता है. यहां फिल्म और टेलीविजन पत्रकारिता पर विशेष ध्यान दिया जाता है. संस्थान की विशेषता है कि यहाँ मराठी पत्रकारिता का भी गहन प्रशिक्षण दिया जाता है. प्रतिवर्ष लगभग 85% छात्रों को प्लेसमेंट मिलता है.</p>
<p><strong>माखनलाल विश्वविद्यालय, भोपाल</strong></p>
<p>माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (MCNUJC), जिसे माखनलाल विश्वविद्यालय भी कहा जाता है, भोपाल, मध्य प्रदेश में स्थित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है, जो पत्रकारिता और जनसंचार के लिए भारत का पहला विश्वविद्यालय है. मास्टर ऑफ आर्ट्स इन जर्नलिज्म माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में ये कोर्स पत्रकारिता की डिग्री देता है. इस कोर्स की अवधि 2 सालों की है. इस कोर्स के लिए छात्रों को 44 हजार रुपये फीस के तौर पर भरने पड़ते हैं. </p>
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