Lok Sabha Speaker Om Birla : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की 120वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान ‘विकसित भारत 2047’ के रोडमैप का जिक्र करते हुए कहा, “देश की व्यापार नीति आज आत्मनिर्भर भारत का प्रमुख अंग है और वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाती है.”
इस दौरान ओम बिरला ने कहा, “उद्योग और वाणिज्य साल 2047 तक भारत को एक पूरी तरह से विकसित राष्ट्र में बदलने के लिए भारतीय नेतृत्व की दृढ़ प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं.” ओम बिरला ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा वो विकास के एक ऐसे मॉडल को अपनाएं, जो न केवल स्थायी और टिकाऊ हो बल्कि समावेशी भी हो, जो अनुसंधान, नवाचार और भविष्य उन्मुख सोच वाले उद्यम की भावना में दृढ़ता से आधारित हो.
केंद्र सरकार हमारे उद्योगों को दे रही नई ऊर्जा- ओम बिरला
ओम बिरला ने कहा कि भारत सरकार की ‘विकास-उन्मुख नीतियां’ आज हमारे उद्योगों को नई ऊर्जा प्रदान कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान युग भारत में आर्थिक सशक्तिकरण और नवाचार का युग है. उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, गति शक्ति, भारतमाला परियोजना, उड़ान योजना और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर के विकास जैसे प्रमुख कार्यक्रम देश भर में औद्योगिक और वाणिज्यिक बुनियादी ढांचे की एक मजबूत तस्वीर को दिखाते हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि औद्योगिक नीतियों को सरल बनाने, पारदर्शी और निवेशक-अनुकूल कर व्यवस्था की स्थापना और एकल-विंडो मंजूरी प्रणाली को अपनाने से देश में उद्यमिता की भावना को काफी पोषित और सशक्त किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने वैश्विक परिदृश्य का जिक्र करते हुए कहा कि समकालीन भारत वैश्विक निवेशकों के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में उभरा है – एक ऐसा देश जहां व्यवसाय करने में आसानी केवल एक आकांक्षा नहीं है, बल्कि एक वास्तविकता है.
तेजी से नवाचार के जीवंत केंद्र बनकर उभर रहा देश- बिरला
ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्र तेजी से नवाचार के एक जीवंत केंद्र के रूप में उभर रहा है. उन्होंने भारतीय उद्यमों के परिवर्तनकारी योगदान की प्रशंसा की – विशेष रूप से स्टार्ट-अप के गतिशील इकोसिस्टम – जो अपनी विकास उन्मुख दृष्टिकोण और जमीनी विचारों के साथ सतत विकास के लिए मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं और भारत को एक वैश्विक महाशक्ति बनने की ओर आगे बढ़ा रहे हैं.