ED Action Against Money Laundering: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के बेंगलुरु जोनल ऑफिस ने Shimoga जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व चेयरमैन आरएम मंजुनाथ गौड़ा को 9 अप्रैल 2025 को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है. ईडी ने उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां PMLA स्पेशल कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की ED कस्टडी में भेज दिया.
बीते 8 अप्रैल को ईडी ने शिमोगा और बेंगलुरु में कई जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें शिमोगा DCC बैंक की सिटी ब्रांच भी शामिल थी. ये कार्रवाई PMLA के तहत की गई. इस दौरान बड़ी मात्रा में दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं.
बैंक में हुई थी करोड़ों की हेराफेरी
ईडी की जांच में सामने आया है कि शिमोगा DCC बैंक की सिटी ब्रांच में करोड़ों रुपए की हेराफेरी की गई है. इस घोटाले का मास्टरमाइंड ब्रांच मैनेजर बी. शोभा को बताया जा रहा है, जिसने आरएम मंजुनाथ गौड़ा के इशारों पर ये सारा घोटाला किया. लोकायुक्त पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, बी. शोभा और बाकी आरोपियों ने मिलकर लगभग 62.77 करोड़ रुपए बैंक से गबन किए.
मंजुनाथ गौड़ा तक पहुंचे रुपये
इन लोगों ने फर्जी गोल्ड लोन अकाउंट्स खोलकर, नकली और झूठे दस्तावेजों के जरिए बैंक से पैसे निकाले. कई खाताधारकों को इस बात की जानकारी तक नहीं थी कि उनके नाम पर लोन लिया गया है. जांच में ये भी पता चला कि इस घोटाले से जो पैसे मिले, उन्हें मंजुनाथ गौड़ा तक पहुंचाया गया. उसने इन पैसों से कई प्रॉपर्टी खरीदीं, जिनमें कुछ चल और कुछ अचल संपत्तियां शामिल हैं. लोकायुक्त पुलिस की चार्जशीट में ये भी बताया गया है कि मंजुनाथ गौड़ा के पास उसकी आमदनी से कहीं ज्यादा संपत्ति मिली है.
स्पेशल कोर्ट ने 14 दिन की कस्टडी में भेजा
ईडी ने मंजुनाथ गौड़ा को PMLA की धारा 19 के तहत अरेस्ट किया है और फिलहाल वह 14 दिन की ED कस्टडी में है. ईडी की जांच अभी भी जारी है और आगे और खुलासे होने की उम्मीद है.