अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार (22 जुलाई 2025) को कहा कि शी जिनपिंग ने उन्हें चीन आने का न्योता दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे व्यापार और सुरक्षा तनाव के इस दौर में जल्द ही एक ऐतिहासिक यात्रा पर चीन जा सकते हैं. ट्रंप और शी जिनपिंग के सहयोगियों ने इस साल के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति की एशिया यात्रा के दौरान दोनों नेताओं के बीच संभावित बैठक पर चर्चा की है.
फिलीपींस के राष्ट्रपति के साथ बैठक के दौरान दिया बयान
ट्रंप ने शी जिनपिंग से मुलाकात के बारे में यह टिप्पणी फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के साथ एक बैठक के दौरान की. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सफलतापूर्वक चीन से दूरी बना ली है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध बनाए रखना ठीक है. ट्रंप ने अमेरिका और चीन के बीच एक स्थायी टैरिफ समझौते पर पहुंचने के लिए 12 अगस्त की समय सीमा तय की है.
चीन-यूएस के बीच किन-किन मुद्दों पर टकराव?
चीन और अमेरिका के बीच जिन चीजों को लेकर टकराव है उसमें रूस के लिए चीन का समर्थन, फेंटानिल से संबंधित केमिकल का व्यापार, क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताएं प्रमुख हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप और जिनपिंग दक्षिण कोरिया में होने वाले एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन में भी मुलाकात कर सकते हैं.
कब मिल सकते हैं ट्रंप-जिनपिंग?
ट्रंप ने हाल के कुछ दिनों में चीन के खिलाफ बयानबाजी में नरमी बरती है. चीन के वाणिज्य मंत्री वांग वेंताओ ने शुक्रवार (18 जुलाई 2025) को कहा कि उनका देश अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को स्थिर आधार पर लाना चाहता है. इसके अलावा चीन ने 3 सितंबर को बीजिंग में होने वाले द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ समारोह में कई अमेरिकी मेहमानों को बुलाया है. इस कार्यक्रम में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शामिल होने की भी संभावना है.
ट्रंप ने लगभग सभी विदेशी वस्तुओं पर टैरिफ लगाने की कोशिश की है, जिसे लेकर उनका कहना है कि इससे घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा. हाल ही में मलेशिया में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मुलाकात भी की थी.
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