ED के जयपुर जोनल टीम ने 4 जुलाई 2025 को राजस्थान के जयपुर और कोटा जिलों में कई जगहों पर छापेमारी की. ये कार्रवाई Debock Industries Ltd. घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत की गई. ED की टीम ने कंपनी के चेयरमैन मुकेश महावर और उनके करीबियों के घर और दफ्तरों पर रेड की.
इस मामले की जांच ED ने राजस्थान पुलिस की FIR और SEBI की तरफ से मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद शुरू की थी. FIR में अभिषेक खंडेलवाल, नाजिया बानो और अन्य लोगों के नाम हैं. बताया गया कि Debock Industries Ltd., जो एक NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) लिस्टेड कंपनी है, इस कंपनी ने जून 2023 में राइट्स इश्यू के जरिए करीब 49.09 करोड़ रुपए जुटाए थे.
निजी फायदे के लिए इस्तेमाल किया शेयर का पैसा
जांच में पता चला कि कंपनी ने अपने शेयर की कीमतें जानबूझकर बढ़ाई और आम निवेशकों को ठगा. फर्जी बैंक अकाउंट, नकली बिक्री-पर्चेज और फाइनेंशियल स्टेटमेंट में गड़बड़ी करके कंपनी ने शेयर मार्केट में जगह बनाई. जो पैसा कंपनी को अपने बिजनेस के लिए इस्तेमाल करना चाहिए था, उसे मालिकों और उनके साथियों ने दूसरे रास्तों से निकाल लिया और निजी फायदे के लिए इस्तेमाल किया.
ED ने इस छापेमारी में 78 लाख रुपए कैश, चार लग्जरी गाड़ियां, जिनमें Rolls Royce Phantom, Bentley Mulsanne, Mercedes G-Wagon और Toyota Land Cruiser के अलावा कुछ अहम दस्तावेज, जिनमे प्रॉपर्टी इनवेस्टमेंट के कागजात, बैंक रिकॉर्ड्स और डिजिटल डिवाइस भी बरामद किए हैं.
विदेशों में ट्रांसफर किए गए पैसे
ED को ये भी पता चला है कि कंपनी के कुछ मामूली कर्मचारियों को डायरेक्टर बना दिया गया, ताकि स्टॉक एक्सचेंज को गुमराह किया जा सके. साथ ही, कंपनी से निकाले गए पैसे को विदेशों में ट्रांसफर किया गया और वहां से रियल एस्टेट में निवेश किया गया. फिलहाल, जांच अभी जारी है और ED के मुताबिक आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं.
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