सरकार पर्यटकों की सुरक्षा मजबूत करने के उपायों पर कर रही विचार: कर्नाटक के कानून मंत्री

सरकार पर्यटकों की सुरक्षा मजबूत करने के उपायों पर कर रही विचार: कर्नाटक के कानून मंत्री


कर्नाटक के कानून एवं संसदीय कार्यों के मंत्री एच. के. पाटिल ने हम्पी के पास एक विदेशी नागरिक समेत दो महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार पर्यटकों की सुरक्षा को मजबूत करने के उपायों पर गंभीरता से विचार कर रही है जिससे ऐसी घटनायें दोबार न हो.

पाटिल ने कहा कि वह राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर से इस मुद्दे पर चर्चा करने के वास्ते वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाने का अनुरोध करेंगे.

बेंगलुरु में संवाददाताओं से बात करते हुए मंत्री ने कहा, ‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम्पी और उसके आसपास ऐसा अपराध हुआ है. राज्य सरकार ने इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सभी गंभीर कदम उठाए हैं और हम पीड़ितों को सबल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. सरकार पर्यटकों की सुरक्षा को मजबूत करने के उपायों पर गंभीरता से विचार कर रही है.’

कानून मंत्री ने कहा कि वह परमेश्वर के साथ बैठकर सुझावों पर चर्चा करेंगे तथा उनसे वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक आयोजित करने का भी अनुरोध करेंगे. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा,’हम बहुत सख्त कदम उठाएंगे जिससे इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो.’

हम्पी के पास अनेगुंडी क्षेत्र में कथित मादक पदार्थ और गांजे के दुरुपयोग से संबधित सवाल और सरकार को सुरक्षा मापदंडों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए पाटिल ने कहा, ‘…हम सभी पहलुओं पर विचार करेंगे और यदि होमस्टे, रिसॉर्ट आदि के बारे में सुरक्षा मापदंडों और अन्य उपायों पर फिर से विचार करने की जरुरत हुई तो सरकार निश्चित रूप से उन पर विचार करेगी.’

पुलिस के अनुसार, हम्पी के पास बृहस्पतिवार की रात 27 वर्षीय इजराइली पर्यटक समेत दो महिलाओं से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया और उन पर हमला किया गया. महिलाओं के साथ मौजूद तीन पुरुष पर्यटकों पर भी हमला किया गया और उन्हें नहर में धकेल दिया गया, जिनमें से एक की मौत हो गयी.

पुलिस ने तीन आरोपियों में से दो को गिरफ्तार किया है और तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं.

 

यह भी पढ़ें:-
‘सरकारी नौकरी चाहने वालों की संख्या ज्यादा पर फर्जीवाड़ा…’, सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा ऐसा?



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *