‘सिर्फ सोशल मीडिया बैन नहीं बल्कि…’, नेपाल में Gen-Z प्रदर्शन और ओली के इस्तीफे के साथ नेपाली

‘सिर्फ सोशल मीडिया बैन नहीं बल्कि…’, नेपाल में Gen-Z प्रदर्शन और ओली के इस्तीफे के साथ नेपाली


भारत के सबसे करीबी पड़ोसी देश नेपाल इस समय काफी चिंताजनक स्थिति में हैं. सोशल मीडिया पर बैन लगाने के बाद देश में शुरू हुआ Gen-Z आंदोलन अब एक व्यापक रूप ले चुका है. देश के युवा इस प्रदर्शन में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं, जो अब पूरी तरह से हिंसक हो चुका है. युवाओं के विरोध प्रदर्शन के बाद नेपाल की स्थिति अब ऐसी हो गई है कि खुद देश के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने खुद अपना इस्तीफा सौंप दिया है. प्रधानमंत्री के पहले देश के अन्य पांच मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था. वहीं, दूसरी ओर इस वक्त पूरी दुनिया की नजर विशेष तौर नेपाल पर ही फोकस्ड है. नेपाल में अराजकता की खबर दुनियाभर की मीडिया आउटलेट्स में छाई हुई है और नेपाल की मीडिया भी इस विरोध प्रदर्शन को लेकर लगातार अपडेट जारी कर रही है.

देश में हिंसा बढ़ने के बाद प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा

नेपाल में सोमवार (8 सितंबर, 2025) को हुई हिंसा के बाद प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली की काफी आलोचना की गई. इसके बाद प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने मंगलवार (9 सितंबर, 2025) को अपना इस्तीफा सौंप दिया. वहीं. देश में जारी उथल-पुथल और विरोध प्रदर्शनों के बाद नेपाल की मीडिया भी इस पर लगातार अपडेट दे रही है.

कई लोगों की मौत और घायल के बाद केपी ओली ने छोड़ा पद

नेपाल के एक प्रमुख अखबार द काठमांडू पोस्ट ने देश में जारी स्थिति के लिए और पीएम के इस्तीफे को लेकर कहा कि नेपाल में भ्रष्टाचार और अराजकता के खिलाफ जारी राष्ट्रव्यापी आंदोलन के दौरान 19 प्रदर्शनकारियों के मारे जाने और सैकड़ों लोगों के घायल होने के बाद पीएम ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अखबार ने लिखा, ‘जब से केपी शर्मा ओली राजनीति में हैं, उनके लोकतंत्र विरोधी रुख को लेकर कभी की शक नहीं रहा.’

इस्तीफा सौंपते हुए क्या बोले केपी ओली?

एक अन्य नेपाली अखबार द हिमालयन टाइम्स के मुताबिक, केपी ओली के नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को सौंपे गए इस्तीफे का बयान प्रकाशित किया है. अखबार ने लिखा, ‘राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को लिखे अपनी चिट्ठी में ओली ने देश की असाधारण परिस्थियों को स्वीकार किया है और संवैधानिक राजनीतिक समाधान की वकालत भी की है.’

भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को लेकर देश में छिड़ा व्यापक विवाद

नेपाली टाइम्स नाम के एक अन्य अखबार ने सोमवार (8 सितंबर, 2025) को नेपाल में भड़के विरोध प्रदर्शन और हिंसा को लेकर कहा कि यह आंदोलन ऑनलाइन शुरू हुए एक विरोध का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व नेपाली कर रहे थे. नेपाल में भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और अमीरी-गरीबी की खाई को लेकर व्यापक चर्चा छिड़ गई. इस देश के युवाओं ने हाल ही में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को लेकर बांग्लादेश में हुए उग्र छात्र आंदोलन को देखा है. उन्होंने यह भी देखा है कि कैसा बांग्लादेश में छात्रों के आंदोलन ने जोर पकड़ा और शेख हसीना को बांग्लादेश की सत्ता छोड़नी पड़ी थी.

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