Bihar MLC By Election: बिहार विधान परिषद की खाली हुई एक सीट के लिए NDA समर्थित जेडीयू उम्मीदवार ललन प्रसाद के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा टल गई है. इस उप चुनाव का नतीजा घोषित करने पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है.
यह सीट राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता सुनील सिंह की बिहार विधान परिषद सदस्यता खत्म होने के बाद खाली हुई थी. जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने परिषद की इस एक सीट पर लल्लन प्रसाद को एनडीए का साझा उम्मीदवार बनाया था. ललन प्रसाद इस सीट के लिए नामांकन भी दाखिल कर चुके थे और उनकी निर्विरोध जीत सुनिश्चित बतायी जा रही थी. हालांकि अब सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद मामला 20 जनवरी तक टल गया है.
चुनाव आयोग की तरफ से जारी की गई अधिसूचना में इस सीट पर होने वाले चुनाव में नामांकन की अंतिम तिथि 13 जनवरी थी, वहीं नाम वापसी की आखिरी तारीख 16 जनवरी तय की गई थी. इस सीट के लिए 23 जनवरी को विधानसभा में वोटिंग होनी थी.
कौन हैं ललन प्रसाद?
52 वर्षीय ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के सुजावलपुर गांव के रहने वाले हैं. 1994 से लेकर आज तक वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जुड़े हुए हैं. 9 जनवरी को उन्होंने बिहार विधान परिषद की खाली हुई एक सीट के लिए नामांकन दाखिल किया था. इस दौरान उनके साथ खुद नीतीश कुमार मौजूद थे.
उप चुनाव होने का कारण?
आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और मिमिक्री करने आरोप लगा था. इसे लेकर विधान परिषद की आचार समिति ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी. इस कारण विधान परिषद में एक सीट खाली हुई थी. बता दें कि सुनील सिंह का कार्यकाल 28 जून 2026 तक था.
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