Gold Price: सोने के दाम में एक बार फिर उछाल देखने को मिल रहा है. बुधवार को घरेलू वायदा बाजार (MCX) में सोने की कीमतों में मजबूती देखने को मिली. जून डिलीवरी वाला सोना 0.66 फीसदी की बढ़त के साथ 95,470 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. इस तेजी का प्रमुख कारण अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और वैश्विक आर्थिक अस्थिरता को माना जा रहा है.
डॉलर कमजोर, सोना हुआ सस्ता
अमेरिकी डॉलर की कमजोरी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने को अन्य मुद्राओं में सस्ता कर दिया है, जिससे मांग में इज़ाफा हुआ है. डॉलर की गिरावट का सीधा असर यह होता है कि सोने की कीमतें अन्य करेंसी होल्डर्स के लिए सस्ती हो जाती हैं और वे खरीदारी की ओर आकर्षित होते हैं.
मूडीज़ ने घटाई क्रेडिट रेटिंग
अमेरिका में टैक्स कटौती बिल और बढ़ते बजट घाटे ने वहां की वित्तीय स्थिति को लेकर आशंकाएं बढ़ा दी हैं. मूडीज़ द्वारा हाल ही में अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग घटाए जाने के बाद निवेशकों ने सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की ओर रुख किया है. इस कारण भी सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है.
दुनियाभर में ब्याज दरों में कटौती
मंगलवार को चीन के केंद्रीय बैंक ने अपनी एक साल और पांच साल की ऋण दरों में 10 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की, वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भी अपनी ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की. इन नीतियों का असर भी सोने और चांदी की कीमतों पर सकारात्मक पड़ा है.
कीमतों में गिरावट की गुंजाइश कम
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि चीन ने पिछले महीने करीब एक साल में सबसे ज़्यादा सोना आयात किया. इसके अलावा भारत में चल रहा शादी-ब्याह का मौसम भी सोने की मांग को मजबूत बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि जब तक कोई बड़ा ट्रिगर सामने नहीं आता, तब तक कीमतें सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के साथ बनी रह सकती हैं.
गोल्ड और सिल्वर के सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
द मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, सोने को 94,200 और 93,650 पर सपोर्ट, जबकि 95,360 और 95,800 पर रजिस्टेंस मिलेगा. वहीं, चांदी के लिए 96,650 और 96,000 पर सपोर्ट और 98,000 से 98,850 पर रजिस्टेंस देखने को मिल सकता है. वहीं, चांदी को 96,800 के स्तर पर खरीदा जा सकता है, जिसमें 96,150 का स्टॉप लॉस और 98,250 का टारगेट रखा जा सकता है.
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