भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम एक बार फिर जोरदार परफॉर्मेंस दिखा रहा है. मार्च महीने के आखिरी हफ्ते में देश के स्टार्टअप्स ने 150 मिलियन डॉलर (करीब 1,250 करोड़ रुपये) से ज्यादा की फंडिंग जुटा ली है. इस दौरान 23 स्टार्टअप्स ने नए निवेशकों को आकर्षित किया, जिनमें 5 ग्रोथ-स्टेज और 17 अर्ली-स्टेज डील्स शामिल थीं.
किन स्टार्टअप्स ने जमकर बटोरे पैसे?
smallcase, जो भारत का सबसे बड़ा मॉडल पोर्टफोलियो प्लेटफॉर्म है, ने 50 मिलियन डॉलर की सीरीज-D फंडिंग पूरी की. इसमें Elev8 Venture Partners के साथ नए और मौजूदा निवेशक शामिल हुए. फिनटेक कंपनी Abound ने भी इस हफ्ते सबसे ज्यादा 14 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की. कुल मिलाकर, 17 अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स ने 54.09 मिलियन डॉलर जुटाए.
फिनटेक और दिल्ली-NCR का दबदबा
इस हफ्ते सबसे ज्यादा डील्स फिनटेक सेक्टर में हुईं, जहां 6 स्टार्टअप्स ने फंडिंग हासिल की. रिजनल डिस्ट्रीब्यूशन की बात करें तो दिल्ली-NCR के स्टार्टअप्स सबसे आगे रहे, जहां 8 डील्स हुईं. इसके बाद बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद और चेन्नई का नंबर रहा.
भारतीय स्टार्टअप्स का शानदार प्रदर्शन
2025 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में भारतीय स्टार्टअप्स ने 2.5 बिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई, जो पिछली तिमाही के मुकाबले 13.64 फीसदी और पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 8.7 फीसदी ज्यादा है. इसके साथ ही भारत दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा फंडिंग पाने वाला स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है.
लेट-स्टेज स्टार्टअप्स ने इस दौरान 1.8 बिलियन डॉलर जुटाए, जो पिछली तिमाही से 38.46 फीसदी और पिछले साल के Q1 से 114.54 फीसदी ज्यादा है. जबकि दिल्ली के टेक स्टार्टअप्स ने पूरे देश की फंडिंग का 40 फीसदी हिस्सा हासिल किया, वहीं, बेंगलुरु 21.64 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर रहा.
सरकार का स्टार्टअप्स को सपोर्ट जारी
स्टार्टअप इंडिया इनिशिएटिव के तहत सरकार ने 217 इन्क्यूबेटर्स को फंडिंग सपोर्ट देने की घोषणा की है. 31 जनवरी तक, सरकार ने स्टार्टअप इन्क्यूबेशन को बढ़ावा देने के लिए 916.91 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. DPIIT के अनुसार, भारत में अब तक 1.59 लाख स्टार्टअप्स रजिस्टर्ड हैं, जो देश के तेजी से बढ़ते इनोवेशन इकोसिस्टम को दिखाता है.
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