‘हाफिज सईद और मसूद अजहर के आतंकी संगठनों को दिया चंदा तो…’, बलूचिस्तान और सिंध के बाद अब PoK

‘हाफिज सईद और मसूद अजहर के आतंकी संगठनों को दिया चंदा तो…’, बलूचिस्तान और सिंध के बाद अब PoK


Hafiz Saeed-Masood Azha News: आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान की मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है. एक तरफ जहां भारत ने दुनियाभर में आतंकियों को सपोर्ट करने को लेकर पाकिस्तान को एक्सपोज किया है तो वहीं अब खुद पड़ोसी मुल्क के भीतर आतंकी संगठनों के खिलाफ अवाजें बुलंद होने लगी है. पीओके की सरकार ने 66 आतंकी संगठनों की लिस्ट जारी किया है, जिसमें बकरीद पर इन संगठनों को पैसे या पशु देने पर रोक लगाई गई है.

हाफिज सईद और मसूद अजहर के आतंकी संगठनों पर एक्शन

पीओके सरकार की ओर से जारी लिस्ट में आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद और लश्कर ए तैयबा का भी नाम शामिल है, जिन्हें बकरीद पर चंदा और फिर जानवर देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. PoK की ओर से जारी आदेश में कहा गया, “भ्रष्टाचार निरोधक एवं आतंकवाद निरोधक अधिनियम 2014 के तहत अगर कोई व्यक्ति या संगठन इन्हें चंदा, जानवर या किसी भी तरह से वित्तीय सहायता देता है तो उसे 1 साल जेल की सजा हो सकती है.”

बलूचिस्तान और सिंध के बाद अब PoK ने शहबाज को दिखाई आंख

जब से पाकिस्तान बना तब से बलूचिस्तान अपनी आजादी की लड़ाई लड़ रहा है. लंबे समय से बलूच विद्रोहियों और पाकिस्तानी सेना के बीच संघर्ष चल रहा है. बलूच विद्रोही इस क्षेत्र में अक्सर पाकिस्तानी सेना को निशाने बनाते है. बलूचिस्तान के लोगों का आरोप है कि पाकिस्तानी सरकार उनके संसाधनों का इस्तेमाल कर उनकी ही उपेक्षा करती है.

सिंध प्रांत के राष्ट्रवादी समूह और आम लोग पाकिस्तान की सरकार पर लंबे समय से मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाती रही है. ये लोग भी पाकिस्तान सरकार से आजादी की मांग पर अड़े हुए हैं. पाकिस्तान की सरकार पर सिंधी पहचान और वहां के लोगों को अधिकार छीनने के आरोप लगते रहे हैं.

आतंकी संगठन के साथ पाकिस्तान सरकार

पाकिस्तान की सरकार में आतंकियों की कितनी दखल होती है ये किसी ने छिपा नहीं है. भारत ने कोई मौकों पर सबूत के साथ पाकिस्तान के असली चरित्र को दुनिया के सामने रखा है. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की विधानसभा के अध्यक्ष मलिक अहमद खान ने हाल ही में मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के नेतृत्व वाले प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा के टॉप आतंकियों के साथ मंच साझा किया.



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *