Nagpur Woman Sunita Jamgade: हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा जासूसी के आरोप में जेल पहुंच चुकी है. वो दो बार पाकिस्तान जा चुकी थी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट भी उसके दोस्त थे. उसी तरह महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली एक महिला पाकिस्तान के दो लोगों के संपर्क में थी. इतना ही नहीं इस साल वो दो बार अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस कर पाकिस्तान भी जा चुकी है. इस बीच सुनीता को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया है कि जिस तरह वो पाकिस्तान के जुल्फिकार और एक ‘मौलाना’ के साथ बातचीत कर रही थी, उससे सुनीता पर शक गहरा गया है.
भारत-पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) से लापता हुई नागपुर की रहने वाली 43 साल की महिला सुनीता जामगड़े को ढूंढ लिया गया है. वह सीमा पार कर पाकिस्तान में दाखिल हो गई थी, जिसके बाद पाकिस्तानी प्रशासनिक अधिकारियों ने सुनीता को शनिवार (24 मई) को अमृतसर स्थित अटारी बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) को सौंप दिया.
हालांकि, शुरुआती जांच में पता चला कि सुनीता सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए एक पाकिस्तानी शख्स से चैटिंग कर रही थी. इस बात के खुलासे के बाद सुरक्षा बल जांच में जुटे हैं कि आखिर यह चैटिंग किस बारे में थी और यह आपत्तिजनक थी. ऐसे में अटकलों की जांच की जा रही है कि क्या सुनीता पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रही थी या उसने प्रेम प्रसंग के चलते पाकिस्तान जाने का फैसला किया था?
अटारी बॉर्डर पर PAK अधिकारियों ने सुनीता को सौंपा
उल्लेखनीय है कि सुनीता 4 मई को यह कहकर नागपुर से निकली थी कि वह कश्मीर घूमने जा रही है और वह अपने 12 साल के बेटे को भी साथ ले गई थी. फिर 10 मई को वह बच्चे को छोड़कर चली गई. बच्चे की दी गई जानकारी के आधार पर कारगिल पुलिस ने सुनीता की तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चल सका. हालांकि, बाद में पाकिस्तानी अधिकारियों ने सुनीता को अटारी बॉर्डर पर बीएसएफ को सौंप दिया.
अमृतसर पुलिस ने जीरो FIR के तहत दर्ज किया केस
सुनीता को हिरासत में लेने के बाद मजिस्ट्रेट की निगरानी में उसके खिलाफ अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने जीरो FIR के तहत मामला दर्ज किया. इसके बाद प्रारंभिक पूछताछ के बाद सुनीता जामगड़े को सोमवार (26 मई, 2025) की रात नागपुर के कपिल नगर पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया.
सूत्रों के अनुसार, अमृतसर पुलिस ने रविवार (25 मई, 2025) को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (OSA) की धारा 3, 4, 5 व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, लेकिन नागपुर पुलिस इस पर टिप्पणी करने को तैयार नहीं है. हालांकि, नागपुर पुलिस के पास सुनीता के लापता होने की शिकायत है, इसलिए कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद नागपुर पुलिस अब इसके अनुरूप एक जांच करेगी.
उल्लेखनीय है कि सुनीता ने एक साल पहले भी अटारी सीमा पार कर पाकिस्तान जाने की कोशिश की थी, लेकिन अमृतसर पुलिस ने सुनीता को हिरासत में ले लिया था.
नागपुर के डीसीपी ने दी जानकारी
इस मामले में डीसीपी निकेतन कदम ने कहा, “सुनीता को नागपुर लाए जाने पर उसके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (OSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी. परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक, सुनीता विधवा है और शुरुआत में नर्स का काम करती थी, बाद में वो कपड़ा सिलाई का काम करती थी. परिवार ने बताया कि उसकी मानसिक हालत अस्थिर है और उसका नागपुर के एक अस्पताल में इलाज भी चल रहा है, लेकिन पुलिस को इसके बारे में कोई सबूत नहीं मिला है. इसलिए नागपुर पुलिस इस मामले में हर दृष्टिकोण से जांच करेगी.”