Waqf Amendment Act: वक्फ संशोधन कानून को लेकर कई मुस्लिम संगठन केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के परभणी में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की ओर आयोजन किए गए सम्मेलन में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मुसलमानों की मजहबी पहचान पर सीधा हमला है, इसलिए सरकार को ये काला कानून वापस लेना ही होगा.
‘200-300 साल पुरानी मस्जिदों का कागज कहां से दिखाएंगे’
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “आपने ये प्रावधान क्यों कर दिया कि वक्फ वही कर सकता है जो 5 साल के लिए मुसलमान रहेगा. अगर 200-300 साल पुरानी मस्जिदों, दरगाहों और इमामबाड़ों के कागज मांगेंगे, तो कहां से दिखाएंगे?” वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम को रखने पर ओवैसी ने कहा, “जब काशी विश्वनाथ बोर्ड और तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम में सिर्फ हिंदू सदस्य हो सकते हैं तो वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम को क्यों रखा जा रहा है?”
‘अधिकारी तो सरकार के पक्ष में ही फैसला देगा’
हैदराबाद सांसद ओवैसी ने कहा, “बीजेपी कह रही है कि 70 फीसदी वक्फ की जायदादों पर कब्जा हो गया. जब कब्जा हो गया तो आप लिमिटेशन का कानून क्यों ला रहे हैं? आप हर चीज को छिनना चाहते हैं. अगर सरकार और वक्फ की प्रॉपर्टी में झगड़ा हुआ तो नामित अधिकारी तय करेगा. सरकार का अधिकारी तो सरकार के पक्ष में ही फैसला देगा. कोई अपने ही मुकदमे में जज नहीं हो सकता.”
ओवैसी ने पाकिस्तान को दिया करारा जवाब
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मंच से आतंक के पनाहगार पाकिस्तान को भी करारा जवाब दिया. पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश की सेना का जितना बजट है, उतना तो तुम्हारे पूरे देश का बजट है. उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीरियों के खिलाफ नफरत फैलाने की साजिश रची जा रही है, जबकि हमें एकजुट रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, ISIS और LET जैसे आतंकी संगठनों की मंशा है कि भारत में हिंदू-मुसलमानों के बीच दंगे हों, लेकिन हमें उनकी इस साजिश को नाकाम करना है.
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