Manipur Political Crisis: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार (9 फरवरी, 2025) को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंपा. राज्यपाल से मुलाकात करने बीरेन सिंह 14 BJP विधायकों और NPF विधायकों के राजभवन पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ए शारदा और बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद संबित पात्रा भी मौजूद रहे.
इस्तीफा देने से कुछ ही घंटों पहले एन बीरेन सिंह दिल्ली से लौटे थे. मणिपुर में करीब 20 महीनों से जारी हिंसा को लेकर बीरेन सिंह पर इस्तीफा देने का काफी दबाव था. कांग्रेस बीरेन सिंह और उनके मंत्रिमंडल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही थी.
एन बीरेन सिंह ने एक दिन पहले ही 10 फरवरी से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र को लेकर विधायकों की बैठक बुलाई थी. गवर्नर को दिए इस्तीफे में बीरेन सिंह ने केंद्र सरकार की तरफ से किए गए विकास कार्यों की जमकर तारीफ की.
#WATCH | Moment when women supporting Manipur CM Biren Singh tore up his resignation letter pic.twitter.com/dB8IjWNmya
— ANI (@ANI) June 30, 2023
क्या हुआ था 2023 में, जब इस्तीफा देने जा रहे थे बीरेन सिंह
इससे पहले 2023 में भी एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा देने का मन बनाया था. राज्य में हिंसा के बीच बीरेन सिंह पर इस्तीफा देने का चौतरफा दबाव था. ऐसे में बीरेन सिंह जब अपना इस्तीफा देने के लिए राजभवन की ओर निकले तो उन्होंने हजारों समर्थकों ने घेर लिया. उस दौरान बुजुर्गों समेत बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनके काफिले को रोक लिया था. बीरेन सिंह के समझाने के बाद भी समर्थक नहीं मानें और बीरेन सिंह को वापस घर की तरफ जाने के लिए मजबूर कर दिया.
उस दौरान करीब 6 घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. बुजुर्ग महिला ने एन बीरेन सिंह का त्याग पात्र फाड़ दिया था. इतना ही नहीं समर्थकों ने एन बीरेन सिंह को सोशल मीडिया पर ये कहने के लिए मजबूर कर दिया था, कि वो रिजाइन नहीं देंगे. एन बीरेन सिंह ने इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर पोस्ट कर ये जानकारी दी थी.
2027 में होंगे विधानसभा चुनाव
60 सदस्यीय विधानसभा सीटों वाले मणिपुर में 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे. बीजेपी के पास फिलहाल 37 विधायक हैं. ऐसे में सरकार को अभी कोई खतरा नहीं है.
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