2026 तक AI देगा इन लोगों को टक्कर! गूगल के चीफ साइंटिस्ट का बड़ा खुलासा

2026 तक AI देगा इन लोगों को टक्कर! गूगल के चीफ साइंटिस्ट का बड़ा खुलासा


AI: गूगल के प्रमुख वैज्ञानिक जेफ डीन का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अगले एक साल के भीतर उस स्तर तक पहुंच सकता है, जहां वह एक जूनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जैसा काम करने लगे. Sequoia Capital के AI Ascent इवेंट में डीन ने कहा कि AI की क्षमताएं तेजी से बढ़ रही हैं, खासकर कोडिंग जैसे कार्यों में. ऐसे समय में जब टेक इंडस्ट्री में नौकरियां पहले से ही कम हैं और फ्रेशर्स के लिए प्रतिस्पर्धा कड़ी है, AI का यह विकास शुरुआती स्तर के इंजीनियरों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है.

डीन की ये टिप्पणी ऐसे समय आई है जब ChatGPT, GitHub Copilot और गूगल का Gemini जैसे जनरेटिव AI टूल्स डेवलपर्स के बीच काफी आम हो चुके हैं. ये टूल्स न केवल रिपिटिटिव कोडिंग कार्यों को आसान बनाते हैं, बल्कि रियल-टाइम सुझाव भी देते हैं और संपूर्ण कोड ब्लॉक्स तैयार कर सकते हैं. हालांकि डीन ने यह भी कहा कि कोड लिखना सिर्फ एक हिस्सा है, क्योंकि जूनियर इंजीनियरों का काम इससे कहीं ज्यादा व्यापक होता है.

इन लोगों को मिलेगी टक्कर

उन्होंने Business Insider से बातचीत में कहा, “एक वर्चुअल इंजीनियर को सिर्फ IDE में कोड लिखना नहीं आना चाहिए, बल्कि उसे टेस्टिंग, परफॉर्मेंस डिबगिंग और अन्य तकनीकी समस्याओं को भी समझना जरूरी है.” जब उनसे पूछा गया कि AI इन व्यापक इंजीनियरिंग स्किल्स को कैसे सीखेगा तो डीन ने इंसानी सीखने की प्रक्रिया का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि जैसे एक नया इंजीनियर डॉक्युमेंटेशन पढ़ता है, टूल्स सीखता है और सीनियर्स से अनुभव हासिल करता है, वैसे ही AI भी वर्चुअल एनवायरनमेंट में प्रयोग करके, दस्तावेजों से सीखकर और अनुभवों से खुद को बेहतर बना सकता है.

डीन का मानना है कि आने वाले समय में AI दस्तावेज पढ़ने और वर्चुअल एक्सपेरिमेंट्स के जरिए खुद को इस हद तक निखार सकता है कि वह एक जूनियर इंजीनियर की तरह सोचने और काम करने लगे. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वर्चुअल इंजीनियर डॉक्युमेंटेशन पढ़ने और वर्चुअल वातावरण में प्रयोग करने में अच्छे साबित हो सकते हैं. यही तरीका उन्हें लगातार बेहतर बनाएगा.”

हालांकि डीन ने ये साफ नहीं किया कि AI आखिरकार कितनी दूर तक जाएगा, लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि यह बदलाव बड़ा असर डालेगा. “मुझे नहीं पता यह हमें कितनी दूर ले जाएगा, लेकिन इतना तय है कि यह बदलाव काफी अहम होगा.”

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