Sundar Pichai: गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई अब आधिकारिक तौर पर दुनिया के अरबपतियों की सूची में शामिल हो गए हैं. उनकी कुल संपत्ति अब करीब 1.1 अरब डॉलर (लगभग 9,200 करोड़ रुपये) पहुंच गई है. इस सफर का बड़ा श्रेय उन्हें अल्फाबेट में 0.02% हिस्सेदारी, लंबी योजनाएं और हाल ही में कंपनी के AI से जुड़ी प्रगति के चलते शेयर बाजार में आए उछाल को जाता है.
AI की बदौलत शेयरों में जबरदस्त उछाल
पिछले एक महीने में अल्फाबेट के शेयरों में 13% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है जिसका बड़ा कारण निवेशकों में कंपनी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षमताओं को लेकर बढ़ती उम्मीदें हैं. यही बढ़त पिचाई की संपत्ति में अहम भूमिका निभा रही है. हालांकि पिचाई, मेटा, एनवीडिया या टेस्ला जैसे दिग्गजों की तरह कंपनी के संस्थापक नहीं हैं फिर भी उन्होंने सालों की मेहनत और रणनीतिक सोच से अपनी जगह बनाई है.
नियमित शेयर बिक्री और नई रणनीति ने दिलाई कामयाबी
टेक इंडस्ट्री के कई दिग्गज जहां अपनी पूरी हिस्सेदारी बरकरार रखते हैं, वहीं सुंदर पिचाई ने नियमित अंतराल पर शेयर बेचने की रणनीति अपनाई है. पिछले 10 सालों में उन्होंने करीब USD 650 मिलियन के अल्फाबेट शेयर Rule 10b5-1 के तहत बेचे हैं जो इनसाइडर ट्रेडिंग से बचाव के लिए तय नियम है.
जून 2025 में ही उन्होंने 33,000 क्लास C शेयर लगभग USD 169 प्रति शेयर के हिसाब से बेचे जिससे उन्हें USD 5.5 मिलियन प्राप्त हुए. दिलचस्प बात यह है कि कुछ ही समय में इन शेयरों की कीमत USD 193 तक पहुंच गई जो दर्शाता है कि कंपनी के शेयर कितनी तेज़ी से बढ़ रहे हैं.
AI में बढ़त ने अल्फाबेट को दिलाया जबरदस्त मुनाफा
अल्फाबेट की दूसरी तिमाही की रिपोर्ट में कंपनी ने 14% सालाना ग्रोथ दर्ज की है. इसमें गूगल सर्च, यूट्यूब, क्लाउड और सब्सक्रिप्शन सेवाओं की बड़ी भूमिका रही. कंपनी की अर्निंग कॉल में AI शब्द 90 बार से ज्यादा इस्तेमाल हुआ जो इस टेक्नोलॉजी के महत्व को दर्शाता है.
पिचाई ने इस दौरान यह भी साफ किया कि गूगल AI टैलेंट को बनाए रखने के लिए लगातार निवेश कर रहा है. मेटा और OpenAI जैसे प्रतिस्पर्धियों के बावजूद, गूगल की मजबूत टीम, संसाधन और लक्ष्य कंपनी को आगे बनाए हुए हैं.
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