Bird Flu Case:अमेरिका के लुइसियाना में एक व्यक्ति की H5N1 बर्ड फ्लू से मौत हो गई है. यह देश में बर्ड फ्लू से जुड़ी पहली मौत है. 65 वर्षिय व्यक्ति को 13 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसे पहले से ही कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं, जिससे बर्ड फ्लू से मरने का खतरा और बढ़ गया.
लुइसियाना के स्वास्थ्य विभाग (LDH) ने पुष्टि की कि यह व्यक्ति जंगली पक्षियों के झुंड के संपर्क में आने के बाद बीमार हो गया था, जो उसके घर में ही मौजूद थे. स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद बताया कि ह्यूमन-टू-ह्यूमन या H5N1 के अन्य मामलों का कोई सबूत नहीं मिला है. यह मामला अभी तक लुइसियाना का एकमात्र मामला है.
H5N1 बर्ड फ्लू का विस्तार
H5N1 बर्ड फ्लू का प्रकोप 2021 से अमेरिका में जंगली पक्षियों और मुर्गियों के बीच फैला है. साल 2024 में यह वायरस पहली बार डेयरी गायों में पाया गया था. इसके बाद से H5N1 ने अमेरिका में कम से कम 66 लोगों को संक्रमित कर चुका है, जिनमें से अधिकांश लोग सीधे संक्रमित गायों या मुर्गियों के संपर्क में आए थे. इस प्रकार का वायरस पक्षियों में फैलने वाले D1.1 जीनोटाइप से मेल खाता था न कि गायों में फैलने वाले B3.13 जीनोटाइप से.
स्तनधारियों और अन्य जानवरों में H5N1 संक्रमण
2022 के दौरान H5N1 वायरस का प्रकोप केवल पक्षियों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि लोमड़ी, बिल्लियां, कुत्ते, और चिड़ियाघर के स्तनधारी जानवरों में भी इसका संक्रमण देखा गया. अमेरिका के कई राज्यों और कनाडा में अलग-अलग जानवरों में भी HPAI H5N1 वायरस का पता चला, जिनमें लोमड़ी, मिंक, और बॉबकैट शामिल हैं.
इसके अलावा, स्पेन और चीन जैसे देशों ने भी पोल्ट्री फार्मों में काम करने वाले कर्मियों में H5N1 संक्रमण के मामले दर्ज किए हैं. स्पेन में 2022 के दौरान पोल्ट्री कर्मियों में H5N1 संक्रमण के दो मामले सामने आए, जिनमें से एक बिना लक्षण वाला था.
हांगकांग में H5N1 वायरस का प्रकोप
1997 में हांगकांग में H5N1 वायरस का प्रकोप देखने को मिला. अमेरिकी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट NLM की रिपोर्ट के अनुसार, यह वायरस पहली बार 18 लोगों को संक्रमित कर गया, जिनमें से छह लोगों की मृत्यु हो गई थी. यह पहली बार था जब H5N1 वायरस ने मनुष्यों को संक्रमित किया था, जिससे इस वायरस का खतरा और अधिक गहरा हो गया.
H5N1 वायरस और इसके फैलने का तरीका
H5N1 वायरस का संक्रमण मुख्य रूप से पक्षियों के जरिए फैला, जो जंगली पक्षियों और पोल्ट्री से मनुष्यों तक पहुंचा. जब यह वायरस पहली बार हांगकांग में पाया गया, तो यह मुर्गियों और अन्य पोल्ट्री में तेजी से फैल गया. इसके बाद मनुष्यों में संक्रमण की घटनाएं सामने आईं. H5N1 वायरस का संपर्क संक्रमित पक्षियों के साथ काम करने या उन्हें छूने से हो सकता है. इस प्रकार यह वायरस पोल्ट्री बाजारों और फार्मों में तेजी से फैलता है.
पोल्ट्री फार्मों को नष्ट करने का कदम
वायरस के प्रसार को रोकने और इसे खत्म करने के लिए, दिसंबर 1997 में हांगकांग के सभी पोल्ट्री बाजारों और चिकन फार्मों को बंद कर दिया गया और उनकी सफाई की गई. यह कदम उस समय बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि इसके जरिए वायरस का और अधिक फैलाव रोका जा सका.
जलवायु परिवर्तन और रोग नियंत्रण की चुनौती
H5N1 वायरस का स्तनधारियों और पोल्ट्री फार्मों के संपर्क में आने वाले मनुष्यों तक फैलना जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय बदलावों के कारण और भी चिंताजनक हो गया है. यह घटना केवल अमेरिका तक सीमित नहीं है, बल्कि अलग-अलग देशों में भी इसका प्रभाव देखा जा रहा है.
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