US CIA Employee Plead Guilty: CIA कर्मचारी आसिफ विलियम रहमान ने शुक्रवार (17 जनवरी) को राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को जानबूझकर बनाए रखने और साझा करने के आरोपों में दोषी करार दिया. रहमान ने 2024 में कई मौकों पर क्लासिफाइड कंटेंट को अवैध रूप से डाउनलोड, प्रिंट और वितरित करने की बात स्वीकार की है.
रहमान को FBI ने नवंबर में कंबोडिया में गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें गुआम में संघीय अदालत में स्थानांतरित किया गया. लीक की गई जानकारी में ईरान पर इजरायली हवाई हमले की तैयारी का विवरण था, जो इजरायल पर 1 अक्टूबर को हुए मिसाइल हमले का बदला लेने के उद्देश्य से था.
लीक कैसे हुआ?
अमेरिकी सैटेलाइट से प्राप्त खुफिया जानकारी में 15 और 16 अक्टूबर के दो अमेरिकी खुफिया दस्तावेज शामिल थे. ये दस्तावेज़ मूल रूप से फाइव आइज खुफिया-साझाकरण गठबंधन (ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका) तक सीमित थे. हालांकि, ये दस्तावेज ईरान समर्थक टेलीग्राम चैनल मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर पर दिखाई दिए.
मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर का बयान
मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर ने इस लीक से किसी भी सीधे संबंध से इनकार किया है. उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि यह [लीक] अमेरिकी विदेश विभाग के भीतर एक व्हिसलब्लोअर से आया है.”
संभावित प्रभाव
इस लीक ने अमेरिका और फाइव आइज़ गठबंधन के सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल उठाए हैं. इसके अलावा, ईरान और इजरायल के बीच तनावपूर्ण स्थिति में यह जानकारी लीक होना क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी चिंताजनक है.
क्लासिफाइड जानकारी लीक करने का मामला
CIA कर्मचारी आसिफ विलियम रहमान द्वारा ईरान पर इजरायली हमले की योजना से जुड़ी क्लासिफाइड जानकारी लीक करने का मामला अमेरिकी खुफिया तंत्र की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न उठाता है. यह घटना न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक स्तर पर खुफिया साझा करने की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकती है.
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