Rahul Gandhi: लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर जा रहे नेताओं पर मजेदार अंदाज में एक टिप्पणी की. उन्होंने एक उदाहरण देकर बताया कि उन्हें ऐसे नेताओं के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता. इस उदाहरण में उऩ्होंने क्यूबा क्रांति के प्रमुख फिदेल कास्त्रो का नाम लिया. उन्होंने बताया कि जिस तरह क्यूबा में तानाशाह के खिलाफ फिदेल कास्त्रो की टीम बनी थी, उसी तरह भारत में उनकी टीम बन रही है.
राहुल गांधी ने यह बात नई दिल्ली में आयोजित ‘वंचित समाज: दशा और दिशा’ नाम के एक कार्यक्रम में कही. दलितों के बीच प्रभाव रखने वाले लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने फिदेल कास्त्रो के एक इंटरव्यू का किस्सा सुनाया.
राहुल गांधी ने कहा, फिदेल कास्त्रो क्यूबा में क्रांति कर रहे थे. न्यूयॉर्क टाइम्स के एक पत्रकार ने उनका इंटरव्यू लिया. उसने सवाल पूछा कि आप अपनी मैनजमेंट टीम को कैसे चुनते हो, लड़ना कैसे सिखाते हो, क्रांतिकारी विचार कैसे सिखाते हो? तो कास्त्रो ने कहा कि ये मैं थोड़ी न करता हूं, ये तो सामने जो तानाशाह बतिस्ता बैठा हुआ है, वह इन्हें तैयार करता है. जब रिपोर्टर को बात समझ नहीं आई तो कास्त्रो ने समझाया, “मैं लोगों को एकजुट करता हूं, आधों को वह तानाशाह मार देता है, कुछ भाग जाते हैं और जो बच जाते हैं वो मेरी मैनजमेंट टीम बन जाती है.”
‘भागो भैया, महल बचाओ अपने’
राहुल गांधी कहते हैं कि यहां भी ऐसा ही हो रहा है. मोदी जी डरा देते हैं तो भाग जाते हैं. मैं उन्हें कहता हूं भागो भैया, महल बचाओ, जान बचाओ, मुझे फर्क नहीं पड़ता. मुझे तो अपनी मैनजमेंट टीम चाहिए. मैं अपनी टीम को ट्रेनिंग नहीं दे रहा हूं, मोदी जी दे रहे हैं. वह हमारी मदद कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी की सफाई हम नहीं कर सकते, ये काम मोदी ही कर सकता है. जब हमारे लोग उस ओर दौड़ रहे होते हैं तो हमारा काम दरवाजा खोलने का होता है. हमें बस सच्चे मैनेजर चाहिए.
कई छोटे-बड़े नेता छोड़ चुके हैं कांग्रेस
पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में कांग्रेस के छोटे-बड़े नेता और कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा है. इनमें कई बड़े नेता वे हैं, जिन पर ईडी और सीबीआई की जांच चल रही थी. अब तक कई बार यह देखा गया है कि जिन कांग्रेस नेताओं पर मामले दर्ज थे और ईडी और सीबीआई जैसे संस्थान जांच कर रहे थे, उन नेताओं के बीजेपी में शामिल होते ही जांच खत्म कर दी गई.
यह भी पढ़ें…