ट्रंप की धमकी का दिखा असर, इस छोटे से देश ने दे दिया चीन को बड़ा झटका

ट्रंप की धमकी का दिखा असर, इस छोटे से देश ने दे दिया चीन को बड़ा झटका


US-Panama on China’s BRI Project : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के आगे पनामा ने अपने घुटने टेक दिए हैं. ट्रंप के बार-बार पनामा नहर पर कब्जा लेने की धमकियों के बाद पनामा ने बड़ा कदम उठाते हुए चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) से हटने का फैसला किया है. पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने कहा कि उनका देश चीन के BRI प्रोजेक्ट के साथ अपने समझौते के खत्म होने पर उसे रिन्यू नहीं करेगा. इस घोषणा के बाद पनामा चीन के BRI परियोजना से हटने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश बने गया है.

अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ बैठक के बाद की घोषणा

राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने रविवार (2 फरवरी) को अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बैठक करने के बाद यह घोषणा की है. पनामा के राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनका यह जांच करेगा कि क्या वह चीन के साथ इस परियोजना समझौते को पहले खत्म कर सकते हैं.

बता दें कि चीन अपनी BRI परियोजना के तहत स्थानीय इलाके में बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं को फंड देता है. हालांकि, आलोचकों का कहना है कि इससे गरीब सदस्य देश चीन के भारी कर्ज में डूब जाते हैं, जिसका एक उदाहरण भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका है.

2017 में BRI से जुड़ा था पनामा

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने कहा, “देश के पिछले प्रशासन के दौरान चीन और पनामा के बीच हुए एक व्यापक समझौते को रिन्यू नहीं किया जाएगा.” उन्होंने कहा, “अगले एक-दो सालों में इस समझौते को रिन्यू किया जाना है और उनकी सरकार इससे पहले इस परियोजना समझौते को समाप्त करने की संभावना का मूल्यांकन करेगी. पनामा की पिछली सरकार ने 2017 में चीन की इस पहल में शामिल होने का फैसला किया था.”

अमेरिका ने पनामा नहर को लेकर दी धमकी

पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो के साथ रविवार को हुई बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि मध्य अमेरिकी सहयोगी को पनामा नहर क्षेत्र पर चीन के प्रभाव को तुरंत कम करना चाहिए, अन्यथा अमेरिकी प्रशासन कार्रवाई कर सकता है. मुलिनो ने अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, “रुबियों ने पनामा नहर पर फिर से कब्जा करने या किसी तरह के ताकत का इस्तेमाल करने की कोई वास्तविक धमकी नहीं दी है.”

डोनाल्ड ट्रंप पनामा नहर पर कब्जे की कर चुके हैं मांग

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मांग की है कि नहर का कंट्रोल वापस अमेरिका को सौंप दिया जाना चाहिए. रुबियो ने ट्रंप की ओर से मुलिनो से कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहले ही कहा था कि पनामा नहर क्षेत्र में चीन  की उपस्थिति उस संधि का उल्लंघन करती है, जिसके तहत अमेरिका ने 1999 में जलमार्ग को पनामा को सौंपा था. वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार (2 फरवरी) को नहर का दौरा किया.

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