सोना हो जाएगा पीछे, गोल्ड ETF में मिलता है छप्परफाड़ रिटर्न, ये हैं देश के टॉप 10 गोल्ड ईटीएफ

सोना हो जाएगा पीछे, गोल्ड ETF में मिलता है छप्परफाड़ रिटर्न, ये हैं देश के टॉप 10 गोल्ड ईटीएफ


Gold ETF Return: भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं है, बल्कि यह यहां के लोगों की आस्था और भावनाओं से जुड़ा है. यही वजह है कि भारतीय हर शुभ अवसर पर आपको सोना पहने हुए मिल जाएंगे. शायद यही वजह है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े सोना आयातक देशों में से एक है. इसके अलावा लोग सोने को सबसे बेहतर निवेश का साधन भी मानते हैं.

हालांकि, समय के साथ सोने में निवेश के तरीके भी बदल गए हैं. अब लोग सिर्फ फिजिकल गोल्ड (गहने या सिक्के) तक सीमित नहीं हैं, बल्कि डिजिटल गोल्ड, गोल्ड बॉन्ड्स, गोल्ड म्यूचुअल फंड्स और गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स) जैसे नए विकल्पों में भी निवेश कर रहे हैं. चलिए आज आपको टॉप 10 गोल्ड ETF के बारे में बताते हैं.

गोल्ड ETF रिटर्न कितना दे रहा है

फाइनेंशियल एक्सप्रेस पर छपी एक खबर के अनुसार, एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2025 में गोल्ड ETF में 3,751 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो दिसंबर 2024 के 640 करोड़ रुपये के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है. पिछले एक साल में इन ETF ने 39 फीसदी तक का रिटर्न दिया है, जबकि 3 साल का एनुअलाइज्ड रिटर्न करीब 18% रहा है. पिछले एक साल में सोने की कीमतों में 38 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, जबकि 3 साल में यह आंकड़ा करीब 88 फीसदी है.

AUM के आधार पर टॉप 10 गोल्ड ETF

  1. निप्पॉन इंडिया ETF गोल्ड बीईएस (AUM: 16,976 करोड़ रुपये)
  2. HDFC गोल्ड ETF (AUM: 8,020 करोड़ रुपये)
  3. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल गोल्ड ETF (AUM: 6,993 करोड़ रुपये)
  4. कोटक गोल्ड ETF (AUM: 6,654 करोड़ रुपये)
  5. SBI गोल्ड ETF (AUM: 6,573 करोड़ रुपये)
  6. UTI गोल्ड ETF (AUM: 1,599 करोड़ रुपये)
  7. एक्सिस गोल्ड ETF (AUM: 1,304 करोड़ रुपये)
  8. ABSL गोल्ड ETF (AUM: 1,023 करोड़ रुपये)
  9. DSP गोल्ड ETF (AUM: 722 करोड़ रुपये)
  10. मिराए एसेट गोल्ड ETF (AUM: 521 करोड़ रुपये)

गोल्ड म्यूचुअल फंड्स और गोल्ड ETF में क्या अंतर?

गोल्ड म्यूचुअल फंड्स कंपनियों द्वारा मैनेज किए जाते हैं और ये गोल्ड ETF में निवेश करते हैं. इनमें SIP के जरिए छोटी रकम से भी निवेश शुरू किया जा सकता है. वहीं, गोल्ड ETF स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं और इनकी कीमत सोने के भाव पर निर्भर करती है. इन्हें खरीदने के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है. गोल्ड ETF का एक्सपेंस रेशियो गोल्ड म्यूचुअल फंड्स से कम होता है, जिससे निवेशकों को ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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