Myanmar Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार दोपहर (28 मार्च,2025 ) को 7.7 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिसके झटके थाईलैंड के बैंकॉक तक महसूस किए गए. यह झटके इतने तेज़ थे कि पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई, यातायात रुक गया और लोग अपनी जान बचाने के लिए इमारतों से बाहर भागने लगे.
इस भूकंप का दर्दनाक दास्तां बैंकॉक में रहने वाले भारतीय नागरिक प्रेम किशोर मोहंती ने बयान किया. मोहंती अपनी बेटी के स्कूल में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे, तभी अचानक जमीन हिलने लगी. उन्होंने कहा “मुझे लगा कि मेरा सिर घूम रहा है. ऊपर की लाइटें और कुर्सियां हिल रही थीं. तभी स्कूल के पीए सिस्टम से अनाउंसमेंट हुई कि सभी तुरंत बाहर निकलें.”
मोहंती ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने सभी को खुले मैदान में जाने का निर्देश दिया और पास की ऊंची इमारतों वाली गली से बचने को कहा. इन इमारतों में बने स्विमिंग पूल का पानी भूकंप के झटकों से झरने की तरह नीचे गिरने लगा.
बैंकॉक में दहशत, सार्वजनिक परिवहन ठप
भूकंप के झटकों से बैंकॉक में अफरा-तफरी मच गई.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोका गया
यातायात बाधित हो गया, लोग इमारतों के बाहर खड़े रहें.
शहर में दहशत, ऊंची इमारतों से निकासी
शहर के इंटरकॉन्टिनेंटल बैंकॉक होटल की ऊंची मंजिलों पर बने स्विमिंग पूल से पानी गिरने का वीडियो वायरल हो गया. मोहंती और उनका परिवार सुखुमवित क्षेत्र में रहते हैं, जहां कई प्रवासी समुदाय बसे हैं. “यह डरावना और भ्रमित करने वाला था. अचानक हमें अपने अपार्टमेंट टॉवर से बाहर निकलने को कहा गया. सीढ़ियों से उतरते हुए लोगों में दहशत थी.” मोहंती के मुताबिक, ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों पर अधिक असर पड़ा. उनके पड़ोसी, एक सेवानिवृत्त जर्मन नागरिक, अपनी पालतू बिल्ली को लेकर सीधे सीढ़ियों से भागे और लॉबी तक नहीं रुके.
भूकंप से हुए नुकसान: इमारतें गिरीं, लोग फंसे
बैंकॉक के उत्तर में एक निर्माणाधीन 30-मंज़िला इमारत भूकंप के झटकों से ढह गई. 43 मजदूर मलबे में फंस गए, और राहत दल उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं. मोहंती ने कहा, “भूकंप दुर्लभ है, लेकिन शहर अब भी इसकी पूरी तैयारी में नहीं था,” हालांकि 2004 की सुनामी त्रासदी के बाद भूकंप प्रोटोकॉल बनाए गए थे, लेकिन शुक्रवार का भूकंप फिर भी शहर को पूरी तरह रोकने में सफल रहा. मोहंती ने कहा,”हमें आफ्टरशॉक्स (भूकंप के बाद के झटकों) से सतर्क रहने को कहा गया है.”
बैंकॉक में भूकंप
विशेषज्ञों के अनुसार, थाईलैंड आमतौर पर भूकंप प्रभावित क्षेत्र नहीं है, लेकिन म्यांमार और इंडोनेशिया में लगातार भूकंपीय गतिविधि इसे भी प्रभावित कर सकती है. थाईलैंड प्रशासन ने सभी इमारतों की जांच शुरू कर दी है और आपातकालीन प्रबंधन दल बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं.