BJP-AIADMK Alliance: तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और एआईएडीएमके बीच एक बार फिर गठबंधन हो गया. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चेन्नई पहुंचकर एआईएडीएमके की एनडीए में वापसी का ऐलान किया. इस दौरान अमित शाह ने कहा कि एआईएडीएमके से बीजेपी का सालों का नाता रहा है. वहीं दोनों दलों के इस गठबंधन को लेकर सीएम स्टालिन और उनकी पार्टी डीएमके ने सवाल उठाए हैं.
डीएमके की ओर से जारी हुए बयान में कह गया है, ‘एआईएडीएमके और बीजेपी का गठबंधन हार का गठबंधन है. तमिलनाडु के लोग ही हैं, जो बार-बार इन्हें हरा रहे हैं. इसके बावजूद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस असफल गठबंधन को फिर से बनाने का प्रयास किया है. एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन करना उनका अपना निर्णय है, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह गठबंधन क्यों बना है या यह किस वैचारिक आधार पर खड़ा है. इसके बजाय, उन्होंने अस्पष्ट रूप से दावा किया कि वे कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर काम करेंगे.’
In a statement released by DMK, Tamil Nadu CM MK Stalin and DMK President says “The AIADMK-BJP alliance is an alliance of defeat. The people of Tamil Nadu are the ones who repeatedly handed down this defeat. Despite that, Union HM Amit Shah has attempted to revive this failed…
— ANI (@ANI) April 12, 2025
NEET और हिंदी पर अपना रुख स्पष्ट करे AIADMK: स्टालिन
स्टालिन की पार्टी की ओर से कहा गया है कि एआईएडीएमके तो नीट परीक्षा, हिंदी को लागू करने, तीन-भाषा नीति और वक्फ अधिनियम का विरोध करने का दावा करती है. वो यह भी दावा करती है कि परिसीमन प्रक्रिया में तमिलनाडु की सीटों की संख्या कम नहीं होनी चाहिए. क्या कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में इनमें से कोई भी मुद्दा शामिल है?
अमित शाह ने किया गठबंधन का ऐलान
गृहममंत्री अमित शाह ने शनिवार (11 अप्रैल, 2025) को बीजेपी-एआईएडीएमके के बीच गठबंधन का ऐलान किया था. इसके लिए वह खुद चेन्नई पहुंचे थे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ओर बीजेपी तमिलनाडु चीफ के. अन्नामलाई बैठे थे तो दूसरी ओर एआईएडीएमके के महासचिव ई. पलानीस्वामी बैठे हुए थे. इस दौरान अमित शाह ने तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता को एक महान नेता बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी और एआईएडीएमके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और सत्तारूढ़ डीएमके को सत्ता से बाहर करेंगे. उन्होंने कहा कि डीएमके के राज में तमिलनाडु में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है हर विभाग में भ्रष्टाचार हो रहा है और उसका खामियाज़ा तमिलनाडु की आम जनता को उठाना पड़ रहा है.