US Lawmakers PoK Visit: अमेरिकी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान पहुंचा है, जिसमें जैक बेर्गमैन, थॉमस सोउजी और जोनाथन जैक्सन जैसे सांसद शामिल हैं. इन नेताओं ने सीधे पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से मुलाकात की, जिसे कई राजनीतिक विश्लेषक पाकिस्तान के वास्तविक शासक के तौर पर देखते हैं. पाकिस्तान के आर्मी चीफ के अलावा गृहमंत्री मोहसिन नकवी से भी मुलाकात की.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अमेरिकी सांसदों को जो गिफ्ट दिया उस पर कश्मीर लिखा था. अमेरिकी सांसदों का यह दल अब पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) की राजधानी मुजफ्फराबाद की यात्रा पर जाने वाला है. भारत ने इस यात्रा पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है.
COAS Gen Syed Asim Munir met with a US Congressional delegation. Discussions focused on reg security, defence cooperation, and strengthening bilateral ties. Gen Asim Munir expressed 🇵🇰’s desire to further enhance the 🇵🇰🇺🇸 partnership.🇵🇰🤝🏻🇺🇸#Pakistan #Ispr #Coas #PakArmy pic.twitter.com/eUbnAPSjB4
— Fans of Asim Munir (@HafizSyedShah) April 13, 2025
पहले भी भारत ने दर्ज किया कड़ा विरोध
2023 और 2022 में भी अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम पीओके की यात्रा कर चुके हैं. भारत ने तब भी कड़ी आपत्ति जताई थी. 2023 की घटना के बाद नई दिल्ली में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने सफाई देते हुए कहा था कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है और अमेरिका इसमें हस्तक्षेप नहीं करता, लेकिन दूसरी ओर अमेरिकी सांसद पाकिस्तान में बैठकर पाकिस्तानी सेना की आतंकवाद निरोधी नीति की तारीफ करते हैं. अमेरिकी सांसदों की तरफ से POK की यात्रा करने का प्लान भारत की भावनाओं और भू-राजनीतिक स्थिति को नजरअंदाज करने जैसा है.
क्या है पाकिस्तान की मंशा?
पाकिस्तान की ओर से अमेरिकी सांसदों को POK की यात्रा पर ले जाना कई मायने में पहले से बनी बनाई लगती है. इसकी मदद से अमेरिकी सांसदों को पीओके ले जाकर वहां के हालात की एकतरफा तस्वीर दिखाने की कोशिश की जाएगी. पाकिस्तानी सेना के पिट्ठू नेताओं को सामने लाकर भारत-विरोधी नैरेटिव को स्थापित करने की कोशिश हो सकती है. पाकिस्तान इस यात्रा को एक अंतरराष्ट्रीय वैधता की तरह पेश कर रहा है, जबकि वास्तव में यह एक सजाया गया भ्रम है.