India Pakistan Tension: भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान एक बार फिर से चीन की शरण में है. पाकिस्तान अपने इस खास दोस्त से अब अर्थव्यवस्था को तबाह होने से बचाने के लिए भीख मांग रहा है. ऐसे में अब PAK और चीन के बीच एक बड़ी डील हुई है.
पाकिस्तान ने चीन के साथ व्यापार, एग्रीकल्चर और इंडस्ट्रियल समेत कई खास सेक्टर्स में सहयोग पर सहमति दी है. पाकिस्तान की मीडिया का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है, उद्योग धंधे चौपट हो रहे हैं. शहबाज शरीफ सरकार विदेशी बैंकों से अरबों डॉलर कर्ज लेने की तैयारी कर रही है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन को पाकिस्तान के ताजा हालात से वाकिफ कराया, जिसमें उन्होंने सीजफायर समेत कई मुद्दों पर बात की.
CPEC को अफगानिस्तान तक बढ़ाने पर चर्चा
चीन दौरे के दौरान इशाक डार ने चीन के विदेश मंत्री के अलावा कम्युनिष्ट पार्टी के इंटरनेशन डिपॉर्टमेंट के प्रभावशाली मंत्री लियू जियानचाओ से भी मुलाकात की. इस दौरान डार ने सिंधु जल स्थगित रखने के भारत के फैसले पर भी चर्चा की. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि इशाक डार और चीन के विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी संग बीजिंग में बैठक की. दोनों नेताओं ने चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) को अफगानिस्तान तक बढ़ाने और चीन के इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए और सहयोग करने का फैसला किया है.
‘कर्ज के लिए एक बार फिर हाथ फैलाने को मजबूर पाकिस्तान’
पाकिस्तान के ARY न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश न सिर्फ अपने तय किए आर्थिक विकास के लक्ष्य से पिछड़ गया है, बल्कि एक बार फिर दुनिया के सामने हाथ फैलाने को मजबूर है. पाकिस्तान 4.9 अरब डॉलर के कर्ज की भी योजना बना रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ दर 3.6 प्रतिशत के अनुमान के मुकाबले महज 2.68 प्रतिशत रही है.
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