Indian Stock Market News: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन की शुरुआत आज यानी 2 जून 2025 से होने जा रही है. सबकी नजर भारतीय बाजार की तरफ होगी कि आखिर इस हफ्ते इसका क्या कुछ रुख रहने वाला है. लेकिन, हफ्ते होने वाले आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट कटौती का अहम एलान किया जा सकता है. यानी, भारतीय शेयर बाजार की चाल इस हफ्ते कई फैक्टर से तय होंगे, जिनमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ब्याज दर के ऊपर फैसले, वृहद आर्थिक आंकड़े और वैश्विक रुझान शामिल है.
बाजार के जानकारों का मानना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की गतिविधियां और शुल्क के मोर्चे पर घटनाक्रम भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित करेंगे. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर रिसर्च वाइस चीफ अजीत मिश्रा का कहना है कि आगे की ओर देखें, तो सभी की निगाह 6 जून को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति घोषणा पर रहेगी. इसके अलावा नए महीने की शुरुआत के साथ गाड़ियों बिक्री और आर्थिक गतिविधियों का संकेत देने वाले अन्य आंकड़े आएंगे.
कई फैक्टर तय करेंगे बाजार की चाल
अजीत मिश्रा का मानना है कि सभी की निगाह अब मानसून की प्रगति के अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के प्रवाह पर भी रहेगी. इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर अमेरिकी बॉन्ड बाजार के रुझान और जारी व्यापार वार्ताओं से जुड़े घटनाक्रम भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित करेंगे.
इंडियन इकोनॉमी फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की अंतिम तिमाही में उम्मीद से अधिक तेजी से बढ़ी है, जिससे पूरे वित्त वर्ष के लिए जीडीपी का ग्रथ रेट 6.5 प्रतिशत रहा है. इससे भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 3,900 अरब डॉलर हो गया है. जनवरी-मार्च तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रही है. इस बीच, सप्ताह के दौरान आने वाले विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के लिए पीएमआई (क्रय प्रबंधक सूचकांक) आंकड़े भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे.
रेपो रेट कटौती का होगा असर
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिसर्च चीफ-संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि इस सप्ताह केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो दर में कटौती की उम्मीद के बीच ब्याज दर की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र, विशेष रूप से सरकारी बैंकों के शेयरों पर सभी की निगाह रहेगी. इसके अलावा गाड़ियों की बिक्री के मासिक आंकड़ों की वजह से भी बाजार में क्षेत्र विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं.’’