US Attacks Iran Nuclear Sites: अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक को लेकर अब चौंकाने वाली खुफिया जानकारी सामने आ रही है. रविवार (22 जून, 2025) की सुबह जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें फोर्डो (Fordow), नतांज (Natanz) और इस्फहान (Isfahan) शामिल थे. ये सभी ईरान के परमाणु कार्यक्रम के महत्वपूर्ण केंद्र माने जाते हैं.
फोर्डो और नतांज परमाणु संयंत्रों में यूरेनियम संवर्धन (Enrichment) का काम होता था. यूरेनियम एनरिचमेंट वह प्रक्रिया है जिसके जरिए परमाणु हथियारों के लिए जरूरी सामग्री तैयार की जाती है. वहीं, इस्फहान पर यूरेनियम का भंडारण होता था. माना जा रहा है कि इस स्थल पर बड़ी मात्रा में यूरेनियम सुरक्षित रखा गया था.
जमीन से लगभग 90 मीटर नीचे स्थित है फोर्डो संयंत्र
फोर्डो संयंत्र जमीन से लगभग 90 मीटर नीचे स्थित है, जो इसे गहराई में बने सबसे सुरक्षित परमाणु ठिकानों में से एक बनाता है. इसी वजह से यह साइट अब तक इजरायली हमलों की पहुंच से बाहर रही थी. अमेरिका ने यहां हमले के लिए अपने सबसे उन्नत विमान B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया, जो गहरे और सुरक्षित ठिकानों को भी सफलतापूर्वक निशाना बना सकते हैं.
ईरान ने यूरेनियम स्टोरेज को लेकर किया बड़ा दावा
ईरान की ओर से यह दावा किया गया है कि संवर्धित यूरेनियम पहले ही साइट से हटा लिया गया था, लेकिन अमेरिका और इजरायल की खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, इन ठिकानों पर परमाणु हथियार बनाने की दिशा में तैयारी जोरों पर चल रही थी. यह भी बताया गया है कि ईरान इन सुविधाओं को तेजी से सैन्य उपयोग की ओर मोड़ रहा था, जो क्षेत्र और वैश्विक शांति के लिए गंभीर खतरा है.
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