ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका ने किया हमला, जानें दुनिया भर के देशों ने क्या दी प्रतिक्रिया

ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका ने किया हमला, जानें दुनिया भर के देशों ने क्या दी प्रतिक्रिया


World’s Reaction on US Strikes in Iran: संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान-इजरायल के बीच जारी संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल हो गया है. अमेरिका ने रविवार (22 जून) को भारतीय समय के अनुसार सुबह 4.30 बजे ईरान में एयर स्ट्राइक कर दी. अमेरिका के बी-2 बॉम्बर विमानों ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों को अपना निशाना बनाया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले के अपना संबोधन भी दिया. इस दौरान उन्होंने ईरान को धमकी भी दी कि अगर वो अब भी नहीं रुकता है तो अमेरिका उसके अन्य ठिकानों पर भी हमले कर देगा.

वहीं, ईरान में अमेरिकी हमले ने दुनियाभर में चिंताएं बढ़ा दी हैं. इन हमलों के बाद मिडिल ईस्ट में एक और युद्ध छिड़ने की संभावनाएं बन गई हैं. वहीं, ईरान, सऊदी, चीन, जापान समेत कई देशों ने अमेरिकी हमले को लेकर बयान जारी किया है. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख काजा कल्लास ने भी बयान जारी किए हैं.

अमेरिकी हमले पर बोले इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू

ईरान में अमेरिकी हमले पर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “बधाई हो, राष्ट्रपति ट्रंप. ईरान की परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाने का आपका साहसिक निर्णय अमेरिका की अद्भुत और धर्मसम्मत शक्ति के साथ इतिहास को बदल देगा.” उन्होंने कहा, “इतिहास यह दर्ज करेगा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया के सबसे खतरनाक शासन को दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों से वंचित करने के लिए कार्रवाई की.”

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची

अमेरिकी हमले की निंदा करते हुए ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य अमेरिका, ईरान की शांतिपूर्ण परमाणु सुविधाओं पर हमला करके संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और परमाणु अप्रसार संधि (NPT) का घोर उल्लंघन कर चुका है. आज रविवार (22 जून) की सुबह की घटनाएं घोर आपत्तिजनक हैं और इनके स्थायी प्रभाव होंगे.”

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के हर सदस्य को इस अत्यंत खतरनाक, विधि विहीन और आपराधिक व्यवहार को लेकर चिंतित होना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र चार्टर और आत्मरक्षा के वैध अधिकारों के अनुसार, ईरान अपनी संप्रभुता, हितों और जनता की रक्षा के लिए सभी विकल्प सुरक्षित रखता है.

ईरान पर अमेरिकी एयरस्ट्राइक पर बोले संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, “मैं अमेरिका की ओर से ईरान के खिलाफ बल प्रयोग को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हूं. यह ऐसे क्षेत्र में एक खतरनाक वृद्धि है, जो पहले से ही तनावग्रस्त है और यह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है.” उन्होंने कहा, “इस संघर्ष के नियंत्रण से बाहर हो जाने का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. जिससे आम नागरिकों, क्षेत्र और पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं. मैं सदस्य राष्ट्रों से अपील करता हूं कि वे तनाव कम करें और संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के अन्य नियमों का पालन करें.”

उन्होंने आगे कहा, “इस संकटपूर्ण घड़ी में अराजकता के चक्र से बचना अनिवार्य है. इसका कोई सैन्य समाधान नहीं है. आगे का एकमात्र रास्ता कूटनीति है और एकमात्र आशा शांति है.”

सऊदी अरब

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने ईरान की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा और भर्त्सना की और कहा कि वह ईरान की परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाए जाने की घटनाओं को गंभीर चिंता के साथ देख रहा है. मंत्रालय ने कहा कि तनाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए.

 चीन

चीन ने सरकारी मीडिया के माध्यम से अमेरिकी हवाई हमलों की निंदा की. चीन ने चेतावनी दी कि वाशिंगटन शायद अपने अतीत की रणनीतिक भूलों को दोहरा रहा है. चीन ने इसे एक खतरनाक मोड़ कहा है. चीन ने कहा कि इतिहास ने बार-बार दिखाया है कि मध्य पूर्व में सैन्य हस्तक्षेप लंबे युद्ध और क्षेत्रीय अस्थिरता जैसे अनपेक्षित परिणाम लाते हैं.

पाकिस्तान

पाकिस्तान ने अमेरिका के ईरानी परमाणु ठिकानों पर हवाई हमलों की निंदा की और पश्चिम एशिया में व्यापक तनाव बढ़ने की आशंका जताई. पाकिस्तान की ओर से यह बयान उस दिन आया जब इस्लामाबाद ने सार्वजनिक रूप से डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने का समर्थन किया था. पाक विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश क्षेत्र में तनाव की संभावनाओं को लेकर अत्यंत चिंतित है. अमेरिका के हमले अंतरराष्ट्रीय कानून के सभी मानकों का उल्लंघन करते हैं और यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत ईरान को आत्मरक्षा का अधिकार है.

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर

ब्रिटेन के पीएम कीर स्टारमार ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. ईरान को कभी भी परमाणु हथियार विकसित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती और अमेरिका ने उस खतरे को कम करने की दिशा में कदम उठाया है. उन्होंने कहा, “मध्य पूर्व की स्थिति अस्थिर बनी हुई है और क्षेत्र में स्थिरता सर्वोच्च प्राथमिकता है. हम ईरान से अपील करते हैं कि वह फिर से वार्ता की मेज पर लौटे और इस संकट का कूटनीतिक समाधान निकाले.”

यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कल्लास

यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कल्लास ने कहा कि ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा. मैं सभी पक्षों से अपील करती हूं कि वे पीछे हटें, वार्ता करें और तनाव को और न बढ़ाएं. EU के विदेश मंत्री कल इस स्थिति पर चर्चा करेंगे.

ईरानी प्रतिरोध की राष्ट्रीय परिषद की प्रमुख मरियम राजवी

ईरान में अमेरिकी हमले को लेकर ईरानी प्रतिरोध की राष्ट्रीय परिषद की प्रमुख मरियम राजवी ने कहा कि अब ईरानी सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को जाना होगा. ईरानी जनता युद्ध का अंत चाहती है और शांति व स्वतंत्रता का स्वागत करती है. खामेनेई इस राष्ट्रविरोधी परियोजना के लिए जिम्मेदार हैं, जिसमें न केवल अनगिनत जानें गईं बल्कि ईरानी जनता के दो ट्रिलियन डॉलर खर्च हो गए और अब यह सब राख हो गया.

कतर का विदेश मंत्रालय

कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरानी परमाणु सुविधाओं पर बमबारी के बाद हालात के बिगड़ने पर कतर को खेद है और वह इस्लामी गणराज्य ईरान के परमाणु ठिकानों पर हालिया हमलों के बाद की घटनाओं को लेकर अत्यधिक चिंतित है.

जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा

जापान के पीएम शिगेरू इशिबा ने कहा कि इस संघर्ष में तेजी से तनाव को कम करना अत्यंत आवश्यक है. हम वहां की स्थिति को गंभीर चिंता के साथ निकटता से देख रहे हैं.

 इटली के विदेश मंत्री एंतोनियो तायानी

इटली के विदेश मंत्री ने कहा कि हम अब आशा करते हैं कि इस हमले के बाद तनाव कम होगा और ईरान वार्ता की मेज पर लौटेगा.

 न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स

वहीं, न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने कहा कि हम पिछले 24 घंटों की घटनाओं, विशेष रूप से राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से ईरान की परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी हमलों की घोषणा को संज्ञान में लेते हैं. मध्य पूर्व में जारी सैन्य कार्रवाई अत्यंत चिंताजनक है और तनाव को और बढ़ने से रोकना अनिवार्य है. न्यूजीलैंड कूटनीति के प्रयासों का दृढ़ समर्थन करता है और सभी पक्षों से वार्ता में लौटने की अपील करता है.

 ऑस्ट्रेलियाई सरकार का प्रवक्ता

ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि हमने हमेशा स्पष्ट रूप से कहा है कि ईरान का परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है. हम अमेरिकी राष्ट्रपति के उस बयान को नोट करते हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि अब शांति का समय है. क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति अत्यधिक संवेदनशील है. हम निरंतर तनाव कम करने, संवाद और कूटनीति की अपील करते हैं.

 मेक्सिको का विदेश मंत्रालय

मेक्सिको का विदेश मंत्रालय मध्य पूर्व संघर्ष में शामिल पक्षों के बीच शांति के लिए कूटनीतिक संवाद की तत्काल अपील करता है. मंत्रालय ने कहा कि हमारी विदेश नीति के संवैधानिक सिद्धांतों और शांतिप्रिय राष्ट्र की प्रतिबद्धता के अनुरूप, हम क्षेत्र में तनाव कम करने की फिर से अपील करते हैं.

वेनेजुएला के विदेश मंत्री इवान गिल

बोलीवेरियन गणराज्य वेनेजुएला के विदेश मंत्री इवान गिल ने कहा कि अमेरिकी सेना की ओर से इजराइल के अनुरोध पर ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु परिसरों पर किए गए बमबारी की सख्त और स्पष्ट निंदा करता है.

क्यूबा के राष्ट्रपति मिगेल डियास-कानेल

क्यूबो के राष्ट्रपति मिगेल डियास-कानेल ने कहा कि हम ईरान की परमाणु सुविधाओं पर अमेरिका की बमबारी की कड़ी निंदा करते हैं, जो मध्य पूर्व में संघर्ष की खतरनाक वृद्धि है. यह आक्रामकता मानवता को एक ऐसे संकट में डाल देती है, जिसके परिणाम अपूरणीय हो सकते हैं.



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