US Strikes on Iran Nuclear Sites: रविवार (22 जून, 2025) को अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमले से ईरान के फोर्डो परमाणु ठिकाने को बुरी तरह नुकसान पहुंचा है. हालिया सैटेलाइट तस्वीरों से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिकीहमले में यह ठिकाना पूरी तरह नष्ट हो सकता है, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
फोर्डो गहराई में बना हुआ एक ऐसा परमाणु केंद्र है, जहां यूरेनियम समृद्ध करने वाली सेंट्रीफ्यूज मशीनें लगी थीं. अमेरिकी एयर फोर्स ने इस ठिकाने पर मैसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर (MOP) नामक भारी विस्फोटक बम गिराए, जो विशेष रूप से बंकर तोड़ने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.
इस मामले में पूर्व संयुक्त राष्ट्र परमाणु निरीक्षक डेविड एल्ब्राइट ने कहा, “अमेरिकी सेना ने इन MOPs से अटैक किया. मुझे लगता है कि यह ठिकाना अब खत्म हो चुका है.” इस हमले के बाद अमेरिका ने कहा था कि उसके सभी विमान सुरक्षित लौट चुके हैं और यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा. हालांकि, अभी तक ईरान की ओर से इस हमले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
नई सैटेलाइट तस्वीरों से सामने आईं ये जानकारियां
नई सैटेलाइट तस्वीरों में ईरान की एक पहाड़ी में छह गहरे गड्ढे दिखे हैं. ये गड्ढे ऐसे बमों से बने लगते हैं जो जमीन के अंदर छिपे ठिकानों को तबाह करने के लिए बनाए जाते हैं. तस्वीरों में आसपास की जमीन धूल और मलबे से ढकी हुई नजर आ रही है.
क्या चाहते हैं अमेरिका और इजरायल?
अमेरिका और इजरायल चाहते हैं कि ईरान का परमाणु हथियार बनाने का काम पूरी तरह से बंद हो जाए. हालांकि, अगर ईरान की सभी परमाणु बनाने वाली मशीनें नष्ट नहीं हुईं तो वह अपना काम दोबारा शुरू कर सकता है.
एक्सपर्ट्स ने किया बड़ा दावा
कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ईरान ने हमले से पहले ही अपने पास जमा किए गए खतरनाक यूरेनियम को किसी दूसरी जगह छुपा दिया होगा. यह यूरेनियम परमाणु हथियार बनाने में काम आता है. इससे पहले एक सैटेलाइट तस्वीर भी सामने आई थी, जिसमें हमला से दो दिन पहले परमाणु साइट पर 18 ट्रक कतार में खड़े नजर आए थे. दावा ये भी किया जा रहा है कि ज्यादातर यूरेनियम पहले ही वहां से हटा दिया गया था.
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