Odisha Police Viral Video: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नरसिंह भोल पुलिसकर्मियों को यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि प्रदर्शनकारियों के पैर तोड़ने हैं, पकड़ना नहीं है. जो पैर तोड़ेगा उसे इनाम मिलेगा.
वायरल वीडियो में एसीपी ने बैरिकेड के चारों ओर लगे गोल कांटेदार तार की ओर अपनी तर्जनी अंगुली से इशारा करते हुए कहा, “अगर कोई यहां तक पहुंचे तो उसकी टांग तोड़ दो. पकड़ना नहीं है बस टांग तोड़ देनी है. हम थोड़ी दूर खड़े हैं, वहीं पकड़ लेंगे. जो भी टांग तोड़ेगा, वो मेरे पास आकर इनाम ले जाए.”
दरअसल, पुरी में भगदड़ की घटना के विरोध में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन का ऐलान किया था. पुलिस ने भारी सुरक्षा लगाकर रास्तों को बैरिकेडिंग से घेर दिया था. इसी दौरान ये विवादित बयान वीडियो में रिकॉर्ड हो गया.
क्या बोले ओडिशा के कानून मंत्री?
ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि पुरी में हुई भगदड़ की जांच डेवलपमेंट कमिश्नर अनु गर्ग करेंगी और 30 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
जानें कैसे हुआ हादसा?
पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान रविवार सुबह (29 जून, 2025) को बड़ा हादसा हो गया. करीब 4 बजे तड़के गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ मच गई, जिसमें 3 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है. यह हादसा जगन्नाथ मंदिर से करीब 3 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर के पास हुआ, जहां भगवान जगन्नाथ के नंदीघोष रथ के दर्शन के लिए भारी भीड़ जमा थी. इसके बाद भीड़ अनियंत्रित हो गई और अचानक भगदड़ मच गई.
सीएम मोहन चरण माझी ने जताया दुख
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हादसे पर गहरी संवेदना जताते हुए X (Twitter) पर लिखा, “मैं और मेरी सरकार भगवान जगन्नाथ के सभी भक्तों से व्यक्तिगत रूप से क्षमा मांगते हैं. यह लापरवाही माफ करने लायक नहीं है.”
पुरी हादसे के बाद प्रशासन ने लिया ये एक्शन
हादसे के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं और पुरी के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया गया है. चंचल राणा को नया कलेक्टर और पिनाक मिश्रा को नया SP बनाया गया है. वहीं, DCP और कमांडेंट को सस्पेंड कर दिया गया है.
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