गुरुग्राम ED जोनल टीम ने Ramprastha Promoters & Developers Pvt. Ltd. और इसकी ग्रुप कंपनियों की 681.54 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच कर दी है. ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई है. आरोप है कि कंपनी ने हजारों घर खरीदारों से पैसे लेकर उन्हें फ्लैट और प्लॉट देने में भारी धोखा किया.
ED की तरफ से अटैच की गई प्रॉपर्टी में गुरुग्राम के सेक्टर 37D, 92 और 95 में बनी करीब 226 एकड़ की दो कॉलोनियां शामिल हैं. इसके अलावा करीब 1700 एकड़ की जमीन भी अटैच की गई है, जो गुरुग्राम के गांव बसई, गढ़ोली कलां, हयातपुर और वाजीरपुर में है.
इन प्रोजेक्ट के जरिए लोगों से ठगे पैसे
ED ने अपनी जांच में पाया कि Ramprastha Developers ने साल 2008 से 2011 के बीच कई प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए, जिनमें Project Edge, Project Skyz, Project Rise और Ramprastha City शामिल है. इन प्रोजेक्ट्स के लिए कंपनी ने 2000 से ज्यादा लोगों से करीब 1100 करोड़ रुपये जमा किए थे, लेकिन आज तक ना तो फ्लैट दिए गए और ना ही प्लॉट की पजेशन दी गई.
फ्लैट निर्माण की जगह यहां लगाए पैसे
जांच में ये भी सामने आया कि कंपनी के प्रमोटर्स अरविंद वालिया, बलवंत चौधरी सिंह और संदीप यादव ने होम बायर्स से मिले पैसे को दूसरी ग्रुप कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया. ये पैसा जमीन खरीदने या दूसरे कामों में लगाया गया, जबकि इसका इस्तेमाल फ्लैट बनाने के लिए किया जाना था.
इस मामले में दिल्ली और हरियाणा पुलिस की Economic Offences Wing ने कई FIR दर्ज की थी. इन्हीं शिकायतों के आधार पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की. ED की जांच अभी भी जारी है और आगे और खुलासे हो सकते हैं.