निशिकांत दुबे का बड़ा दावा, बोले- पीएम मोदी नेता नहीं रहे तो BJP 150 सीटें नहीं जीत सकती

निशिकांत दुबे का बड़ा दावा, बोले- पीएम मोदी नेता नहीं रहे तो BJP 150 सीटें नहीं जीत सकती


भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने शुक्रवार (18 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया है. दुबे ने भाजपा की चुनावी जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की ही छवि है, जिसके कारण आज भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार केंद्रीय सत्ता में है.

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जो वर्ग भाजपा का समर्थन नहीं करता था, वह आज सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के कारण भाजपा को अपना समर्थन दे रहा है.

पीएम मोदी पर लोगों का विश्वास ही भाजपा की जीत का मुख्य कारण- दुबे

भाजपा सांसद ने कहा, “नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं. अगर पीएम मोदी हमारे नेता न हो तो भारतीय जनता पार्टी चुनावों में 150 सीटें भी नहीं जीत सकती है. भाजपा की सफलता के पीछे का मुख्य कारण प्रधानमंत्री मोदी के प्रति लोगों का विश्वास है. पीएम मोदी पर लोगों का भरोसा इतना मजबूत है, जिसका लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिला है.

उन्होंने कहा, “जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनकर आए, तो वो वोट बैंक जो भारतीय जनता पार्टी का नहीं था, विशेष कर गरीबों का, वह सिर्फ मोदी जी पर विश्वास के कारण ही भाजपा को मिला. कुछ लोगों को ये पसंद आए या न आए, लेकिन वास्तव में सच्चाई यही है.”

2029 का चुना भी पीएम मोदी के नेतृत्व में ही होगा- दुबे

भाजपा सांसद ने कहा, “भाजपा को 2029 के चुनाव (लोकसभा चुनाव) के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व की जरूरत है. 2029 का चुनाव भी भाजपा की मजबूरी है कि मोदीजी के नेतृत्व में लड़ना पड़ेगा. बीजेपी को मोदीजी की जरूरत है.” उन्होंने कहा, “पार्टी के एक कार्यकर्ता के तौर पर मैं दावे के साथ कहता हूं कि हमें मोदीजी के नेतृत्व की जरूरत है.”

RSS प्रमुख के 75 साल की उम्र वाले बयान पर क्या बोले निशिकांत?

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के 75 साल की उम्र में पद छोड़ने के बयान को लेकर कहा कि यह बात प्रधानमंत्री मोदी पर लागू नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, “अगर 2047 को विकसित भारत बनाना है, तो जब तक प्रधानमंत्री मोदी का शरीर उनका साथ देता है, उन्हें नेतृत्व करना चाहिए.” उन्होंने यह भी कहा कि यह कोई पहली बार नहीं होगा, इससे पहले मोरारजी भाई देसाई भी 82 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने हैं.

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