AI पर काम करने के लिए Microsoft ने बनाई नई टीम, भारतीय मूल के जय पारिख को दी कमान

AI पर काम करने के लिए Microsoft ने बनाई नई टीम, भारतीय मूल के जय पारिख को दी कमान



<p style="text-align: justify;">टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने AI ऐप्स और थर्ड-पार्टी कस्टमर्स के लिए टूल्स बनाने के लिए एक नई डिविजन का ऐलान किया है. इसका नाम ‘Core AI – प्लेटफॉर्म्स एंड टूल्स’ रखा गया है और इसकी कमान भारतीय मूल के जय पारिख को सौंपी गई है. पारिख इससे पहले साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप लेसवर्क के CEO और मेटा में इंजीनियरिंग के ग्लोबल हेड रह चुके हैं. नई टीम का विजन बताते हुए माइक्रोसॉफ्ट CEO सत्य नडेला ने कहा कि इस साल कंपनी एक AI प्लेटफॉर्म शिफ्ट की नई पारी में प्रवेश कर रही है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>नडेला बोले- 30 साल जितना बदलाव 3 साल में</strong></p>
<p style="text-align: justify;">नडेला ने कहा कि यह बदलाव सभी ऐप्लिकेशन कैटेगरीज को प्रभावित करेगा. उन्होंने कहा कि अब 30 साल जितना बदलाव 3 साल में होने जा रहा है. बता दें कि करीब 10 महीने पहले माइक्रोसॉफ्ट ने कोपायलट AI अभियान को लीड करने के लिए डीपमाइंड के को-फाउंडर मुस्तफा सुलेमान को हायर किया था. अब पारिख भी कंपनी में सुलेमान के साथ मिलकर काम करेंगे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>अक्टूबर में माइक्रोसॉफ्ट में आए थे पारिख</strong></p>
<p style="text-align: justify;">पारिख ने पिछले साल अक्टूबर में बतौर एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट माइक्रोसॉफ्ट ज्वाइन की थी और वह सीधे नडेला को रिपोर्ट करते हैं. वह कंपनी की सीनियर लीडरशिप टीम का हिस्सा है. पारिख की नई भूमिका में उन्हें माइक्रोसॉफ्ट के कई एग्जीक्यूटिव सीधे रिपोर्ट करेंगे. इनमें AI प्लेटफॉर्म प्रमुख एरिक बॉयड, AI इंफ्रास्ट्रक्चर के डिप्टी CTO जेसन टेलर, माइक्रोसॉफ्ट डेवलपर डिविजन की प्रमुख जूलिया लियुसन आदि शामिल हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कैसा रहा है पारिख का करियर?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">पारिख ने 2009 में फेसबुक ज्वाइन की थी. इस दौरान उन्होंने कंपनी के टेक्निकल इंफ्रास्ट्रक्चर और डेटा सेंटर प्रोजेक्ट पर काम किया है. कंपनी छोड़ने से पहले वह यहां इंजीनियरिंग के प्रमुख बन गए थे. उन्होंने मेटा के एक्विला ड्रोन प्रोजेक्ट समेत कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर भी काम किया है. वह लेसवर्क के CEO भी रह चुके हैं. उन्होंने वर्जीनिया टेक्निकल यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की थी.</p>
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