Nvidia: अमेरिका की कंप्यूटर-चिप कंपनी एनवीडिया कॉर्प (Nvidia Corp) की पहली तिमाही की आय ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कंपनी का रेवेन्यू 69 परसेंट की उछाल के साथ 44.1 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. डेटा सेंटर मार्केट के तेजी से आगे बढ़ने से पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले बिक्री में 73 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है.
कंपनी को करीब 4.5 अरब डॉलर का नुकसान
कंपनी ने यह मुकाम कई चुनौतियों में से होकर हासिल किया है. इस साल अप्रैल के महीने में अमेरिकी सरकार ने Nvidia की सबसे एडवांस्ड एआई चिप H20 के चीन को निर्यात किए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था. इससे कंपनी को करीब 4.5 अरब डॉलर का तगड़ा नुकसान हुआ था. पहले अमेरिकी सरकार ने कंपनी को बताया कि चीन में H20 चिप्स भेजने के लिए लाइसेंस की जरूरत पड़ेगी और फिर बताया गया कि यह नियम अनिश्चित काल तक लागू रहेगा. इससे कंपनी के शेयरों में भी भारी गिरावट आई.
डेटा सेंटर डिवीजन का परफॉर्मेंस सबसे बेहतर
एनवीडिया की अर्निंग रिपोर्ट में सबसे शानदार परफॉर्मेंस करने वाला इसका डेटा सेंटर डिवीजन रहा है, जिसने 39.1 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू कमाया. यह कंपनी के टोटल रेवेन्यू का 88 परसेंट है. एनवीडिया के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) चिप्स की मांग, खास तौर पर बड़े क्लाउड प्रोवाइडर्स और एआई सुपरकंप्यूटिंग के लिए लगातार बढ़ रही है. कंपनी ने यह भी बताया कि OpenAI के साथ पार्टनरशिप के चलते माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सर्वर रूम में Nvidia के हजारों Blackwell GPU इंस्टॉल किए हैं और कंपनी इसकी संख्या और भी बढ़ाना चाहती है.
AI इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोडक्ट्स की बढ़ रही डिमांड
एनवीडिया के एआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोडक्ट्स की जबरदस्त बिक्री देखी गई है, जिनमें ब्लैकवेल एनवीएल72 एआई सुपरकंप्यूटर भी शामिल है. एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने कहा, जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा बढ़ रहा है, AI कंप्यूटिंग की मांग में तेजी जारी रहेगी. टेक्नोलॉजी के सेक्टर में आ रहे इस बदलाव के बीच एनवीडिया भी तेजी से उभरकर सामने आएगा. उन्होंने कहा, दुनिया में अब AI की पहचान बिजली, इंटरनेट जैसी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में होने लगी है.
कंपनी का इनकम भी बढ़ा
पहली तिमाही में एनवीडिया का नेट इनकम भी बढ़ा है, जो 26 परसेंट की वृद्धि के साथ पिछले साल के 14.9 बिलियन डॉलर से बढ़कर 18.8 बिलियन डॉलर या प्रति शेयर 0.76 डॉलर पर पहुंच गया है. कंपनी का ग्रॉस मार्जिन GAAP बेसिस पर 60.5 परसेंट और नॉन-GAAP बेसिस पर 61.0 परसेंट बताया गया. अगर 4.5 बिलियन डॉलर के चार्ज को छोड़ दें तो नॉन-GAAP ग्रॉस मार्जिन 71.3 परसेंट रहा होगा.
ये भी पढ़ें: