Donald Trump Speech Live Updates: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कुछ ही देर में प्रतिनिधि सभा कक्ष में कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद यह उनका पहला भाषण होगा. ट्रंप का संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब उन्होंने मेक्सिको, कनाडा और चीन पर व्यापक टैरिफ लगाए और युद्धग्रस्त यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता वापस ले ली है.
इसके अलावा पिछले सप्ताह ओवल ऑफिस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्डोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हुई. उम्मीद की जा रही है कि वे अगले चार वर्षों में अपनी प्राथमिकताओं और पदभार ग्रहण करने के बाद से अपनी उपलब्धियों को लेकर बात करेंगे.
अमेरिका ने यूक्रेन को दिया है बड़ा झटका
कई अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली सहायताओं पर तब तक रोक लगा दी है, जब तक कि राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की रूस के साथ युद्ध समाप्त करने की प्रतिबद्धता नहीं जता देते. अज्ञात अधिकारियों का हवाला देते हुए फॉक्स न्यूज ने बताया कि यह आदेश शीघ्र ही आने वाला है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रपति ट्रंप मंगलवार शाम को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए यूक्रेन के मुद्दे पर बात करेंगे.
जेलेंस्की ने जताया था ये डर
लंदन में जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें डर है कि रूस के साथ युद्ध लंबा चलेगा. इस पर ट्रंप ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि जेलेंस्की गलत हों. उन्होंने आगे कहा कि रूस भी युद्ध खत्म करना चाहता है और यूक्रेन के लोग भी यही चाहते हैं. ट्रंप ने जेलेंस्की और यूक्रेन के लोगों के बीच दूरी दिखाने की कोशिश की, जो उनके रिपब्लिकन समर्थकों में खूब चर्चा में है. कुछ हफ्ते पहले ट्रंप ने जेलेंस्की को तानाशाह कहा था और सुझाव दिया था कि वह चुनाव इसलिए नहीं करा रहे क्योंकि उन्हें हार का डर है.
ट्रंप ने लगाया टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मेक्सिको और कनाडा से आयात पर लगाया गया नया 25% टैरिफ मंगलवार से लागू हो गया. वहीं चीनी वस्तुओं पर शुल्क दोगुना करके 20% कर दिया गया. इसके साथ ही अमेरिका के शीर्ष तीन व्यापारिक साझेदारों के साथ नए व्यापारिक संघर्षों की शुरुआत हो गई. टैरिफ एक्शन लागू होने से कुछ घंटे पहले ही ट्रंप ने कहा कि तीनों देश अमेरिका में घातक फेंटेनाइल ओपिओइड और अन्य ड्रग्स के प्रवाह को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने में नाकाम रहे हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)