Umesh Gandhi Corruption Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार (29 मार्च,2025 ) को स्पेशल PMLA कोर्ट में अर्चना गांधी और अजय कुमार गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की. 29 मार्च 2025 को कोर्ट ने इस चार्जशीट पर संज्ञान लिया.
ED की यह जांच लोकायुक्त, भोपाल की स्पेशल पुलिस एस्टेब्लिशमेंट (SPE) द्वारा दर्ज एक FIR के आधार पर शुरू हुई. यह मामला लेट उमेश कुमार गांधी (DIG जेल, भोपाल) के खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने से जुड़ा था. दरअसल, लोकायुक्त पुलिस ने इस केस में दो चार्जशीट दायर की थीं, एक स्पेशल कोर्ट में और दूसरा भोपाल की प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में चार्जशीट दायर किया गया था.
5.13 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का खुलासा
ED की गहन जांच के बाद सामने आया कि DIG उमेश कुमार गांधी और उनके सहयोगियों ने 5.13 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की.
ED की जांच में क्या सामने आया?
4.68 करोड़ रुपये की 20 अचल संपत्तियां खरीदी गईं. ये संपत्तियां सागर, कटनी, सीहोर, भोपाल और इंदौर में स्थित हैं. बैंक खातों में जमा रकम, जेवरात, इंश्योरेंस पॉलिसी, म्यूचुअल फंड और किसान विकास पत्र भी जब्त किए गए. 3 जनवरी 2025 को ED ने इन संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच कर लिया था.
मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत यह जांच की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि भ्रष्टाचार से अर्जित संपत्तियां कहां-कहां छुपाई गई हैं. अब, कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद अर्चना गांधी और अजय कुमार गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ेगी.
बता दें कि DIG उमेश कुमार गांधी के खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में ED ने 5.13 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों का खुलासा किया और उन्हें अटैच कर लिया है. अब कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी.