H-1b वीजा पर बयान देकर फंसे विवेक रामास्वामी! DOGE को कहना पड़ा गुडबाय, जानें पूरा मामला

H-1b वीजा पर बयान देकर फंसे विवेक रामास्वामी! DOGE को कहना पड़ा गुडबाय, जानें पूरा मामला


Vivek Ramaswamy Resignation: रिपब्लिकन नेता और भारतीय मूल के उद्यमी विवेक रामास्वामी ने केवल 69 दिनों के भीतर डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के सह-नेता पद से इस्तीफा दे दिया. पोलिटिको की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह निर्णय H-1B वीजा पर उनकी विवादास्पद टिप्पणियों और एलन मस्क सहित प्रमुख रिपब्लिकन नेताओं के दबाव के बाद लिया गया.

रामास्वामी ने हाल ही में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने अमेरिकी कंपनियों पर विदेशी कर्मचारियों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया. उनके अनुसार अमेरिकी कंपनियां श्रेष्ठता को अनदेखा कर रही हैं और विदेशी कर्मचारियों को प्राथमिकता दे रही हैं. रामास्वामी के इस्तीफे की मुख्य वजह यही माना जा रहा है.

H-1B वीजा क्या है?
यह वीजा अमेरिकी कंपनियों को विशेष व्यवसायों के लिए विदेशी कर्मचारियों को अस्थायी रूप से नियुक्त करने की अनुमति देता है. 2023 में जारी 386,000 H-1B वीजा में से 72.3% भारतीय नागरिकों को मिले.H-1B वीजा धारकों का बड़ा हिस्सा टेक और इंजीनियरिंग सेक्टर से आता है. रामास्वामी के बयान ने न केवल अमेरिकी वर्कफोर्स मोबिलिटी
पर बहस छेड़ दी, बल्कि रिपब्लिकन पार्टी के भीतर कलह को भी उजागर कर दिया. उनकी टिप्पणियों को 118 मिलियन से अधिक बार देखा गया.

इस्तीफे के पीछे एलन मस्क की भूमिका
DOGE में रामास्वामी की भूमिका के दौरान, मस्क और अन्य रिपब्लिकन नेताओं ने उनके विचारों को लेकर असहमति जताई. ट्रंप प्रशासन के करीबी एक रणनीतिकार के अनुसार यह घटना एलन मस्क के GOP में बढ़ते प्रभाव को दिखाती है. मस्क ने न केवल रामास्वामी की आलोचना की बल्कि उन्हें DOGE से बाहर करने में उनका बड़ा हाथ माना जा रहा है. 

रामास्वामी की अगली राजनीतिक योजनाएं
39 वर्षीय रामास्वामी, जो भारतीय-अमेरिकी उद्यमी के रूप में प्रसिद्ध हुए, अब ओहियो के गवर्नर पद के लिए 2026 में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. इस्तीफे के बाद, रामास्वामी ने एक्स पर एक बयान में कहा कि DOGE के निर्माण का समर्थन करना मेरे लिए सम्मान की बात थी. मुझे विश्वास है कि एलन और उनकी टीम सरकार को सुव्यवस्थित करने में सफल होंगे. ओहियो में अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में मैं जल्द ही घोषणा करूंगा. उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के एजेंडे को समर्थन जारी रखने का वादा भी किया.

DOGE विवाद का असर GOP पर
रामास्वामी का DOGE से इस्तीफा और विवाद GOP के भीतर बढ़ती अशांति का संकेत है. इस घटना से साफ पता चलता है कि मस्क के GOP में प्रभाव और ट्रंप प्रशासन पर उनकी कितनी पकड़ है. बता दें कि रामास्वामी के बयान ने पार्टी के भीतर इमिग्रेशन पॉलिसी पर मतभेद उजागर कर दिए.
 
ओहियो के गवर्नर चुनाव पर नजरें
विवेक रामास्वामी का DOGE से इस्तीफा H-1B वीजा और GOP के भीतर नीतिगत असहमति के कारण आया.अब उनकी नजरें ओहियो के गवर्नर चुनाव पर है जहां उन्हें कड़ी राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.,



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