पुलिस ने छात्रावास के अंदर एक छात्र द्वारा एक महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार किए जाने की घटना की जांच के तहत मंगलवार (15 जुलाई, 2025) को आईआईएम-कलकत्ता के पूरे परिसर की 11 जुलाई की सीसीटीवी फुटेज मांगी, यह जानकारी एक अधिकारी ने दी.
पुलिस को महिला के दावे में गड़बड़ी मिली और वह यह पता लगाना चाहती है कि कथित पीड़िता ने उस दिन वहां रहने के दौरान संस्थान के किन स्थानों का दौरा किया था. अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं ने भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) कलकत्ता के अधिकारियों को पत्र लिखकर उन तीन छात्रों से पूछताछ की अनुमति मांगी है, जो अपराध के बाद आरोपियों के संपर्क में थे.
पीड़िता ने अभी चिकित्सा परीक्षण की नहीं दी अनुमति
उन्होंने कहा, ‘हमने पूरे परिसर की 11 जुलाई की सीसीटीवी फुटेज मांगी है. हमें यह देखना है कि पीड़िता परिसर के अंदर किन-किन जगहों पर गई थी.’ अधिकारी ने यह भी कहा कि कथित बलात्कार पीड़िता ने मामले की जांच के संबंध में अभी तक चिकित्सीय-कानूनी परीक्षण के लिए अपनी सहमति नहीं दी है. वह संपर्क से बाहर है. हम उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं.’
हरिदेवपुर थाने के अधिकारी ने कहा, ‘आईआईएम-कलकत्ता परिसर में उसके ठहरने की अवधि के बारे में उसके दावों में कुछ मेल नहीं खा रहा है. यही कारण है कि हमें सीसीटीवी फुटेज की जरूरत है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह परिसर में कब दाखिल हुई, वह किस स्थान पर गई और किस समय वहां से निकली.’
जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल गठित
कथित घटना शुक्रवार (11 जुलाई, 2025) को आईआईएम-कलकत्ता के लड़कों के छात्रावास के अंदर हुई और पीड़िता की ओर से हरिदेवपुर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के आधार पर आरोपी छात्र को अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने मामले की जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसका नेतृत्व दक्षिण पश्चिमी मंडल के एक सहायक आयुक्त कर रहे हैं. स्थानीय अदालत ने छात्र को 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
ये भी पढ़ें:- बेंगलुरु: तिहाड़ जेल में मुलाकात, फिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर करने लगे वसूली, 4 आरोपी गिरफ्तार