भारत के बैंकिंग सेक्टर में एक बड़ा बदलाव आने वाला है! लगभग एक दशक बाद, सरकार और RBI मिलकर नए बैंक लाइसेंस जारी करने की तैयारी में हैं। इस बार सिर्फ छोटे प्लेयर्स ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े कॉरपोरेट हाउस भी बैंकिंग सेक्टर में एंट्री कर सकते हैं! हाल ही में ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि RBI और वित्त मंत्रालय मिलकर एक ऐसे विज़न पर काम कर रहे हैं जहाँ NBFCs को भी फुल-फ्लेज्ड बैंक बनने की अनुमति मिल सकती है और विदेशी निवेशकों की एंट्री भी आसान की जा सकती है। सबसे बड़ा ट्विस्ट यह है कि इस बार इंडस्ट्रियल ग्रुप्स को भी – कुछ शर्तों के साथ – बैंक लाइसेंस मिल सकता है। अगर ऐसा होता है, तो यह भारत के फाइनेंशियल सिस्टम के लिए एक game changer साबित हो सकता है। लेकिन साथ ही, यह एक संवेदनशील फैसला भी होगा जिसमें पारदर्शिता और नियंत्रण बेहद जरूरी होंगे। इस वीडियो में जानिए पूरी डिटेल, क्या होगा असर और मार्केट ने कैसे रिएक्ट किया