Hindustan Zindabad on Pak Websites : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के महत्वपूर्ण वेबसाइटों पर 10 लाख से अधिक साइबर हमले हुए हैं. इसके जवाब में अब पाकिस्तान की कई अहम वेबसाइटों पर साइबर हमले किए गए हैं. ‘साइबर कमांडर’ नामक एक समूह ने इन साइबर हमलों की जिम्मेदारी ली है. इन हमलों में कराची, खैबर पख्तूनख्वा, मुल्तान, पेशावर, फैसलाबाद, एबटाबाद के विश्वविद्यालय, चिकित्सा डाटाबेस, ‘दस्तक’ नामक वाहन लाइसेंस पोर्टल, फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू और कई सरकारी ई-मेल सर्वर शामिल हैं. इस हैकर समूह ने दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तान की 1,500 वेबसाइटों को हैक किया है और वहां ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ के संदेश अपलोड किए हैं.
23 से अब तक 10 लाख के ज्यादा साइबर हमले किए गए रिपोर्ट
पहलगाम हमले के बाद देशभर में 10 लाख से ज्यादा साइबर हमलों की घटनाएं सामने आई हैं, जिसे लेकर महाराष्ट्र साइबर विभाग ने सतर्कता बरतने की अपील की है. इस संबंध में ‘इकोज ऑफ पहलगाम‘ नाम से एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, 23 अप्रैल से अब तक लगभग 10 लाख साइबर हमलों को दर्ज किया गया है. अधिकारियों को संदेह है कि ये हमले किसी अकेले व्यक्ति ने नहीं बल्कि एक संगठित समूह की ओर से किए जा रहे हैं और यह आतंकवादियों की रणनीति का हिस्सा हो सकता है. अधिकारियों ने कहा कि यह केवल साइबर हमले नहीं बल्कि एक प्रकार का संगठित साइबर युद्ध है.
पाकिस्तान, मोरक्को और इंडोनेशिया से की जा रही हैकिंग की कोशिश
ये हमले पाकिस्तान, मिडिल-ईस्ट के देश मोरक्को और इंडोनेशिया से किए जा रहे हैं. इसमें शामिल कई हैकर समूहों ने खुद को विशेष नाम दिए हैं, जिनमें ‘टीम इंसेन पीके’ नामक पाकिस्तानी समूह सबसे सक्रिय बताया जा रहा है. इस समूह ने भारत की सैन्य शिक्षा संस्थाओं, सैनिक कल्याण पोर्टलों और सैन्य स्कूलों की वेबसाइटों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. उन्होंने राजस्थान की एक शैक्षणिक संस्था की वेबसाइट को हैक करने का भी दावा किया था.
भारतीय हैकर समूह पर पाकिस्तान के 1500 वेबसाइटों को किया हैक
इसके जवाब में ‘साइबर कमांडर’ नामक भारतीय हैकर समूह ने पाकिस्तान की 1500 वेबसाइटों को हैक किया है. इसमें कराची, खैबर पख्तूनख्वा, मुल्तान, पेशावर, फैसलाबाद, एबटाबाद के विश्वविद्यालय, चिकित्सा डाटाबेस, ‘दस्तक’ वाहन लाइसेंस पोर्टल, फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू और 35 से अधिक शैक्षणिक व सरकारी संस्थाओं के मेल सर्वर शामिल हैं.
‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ बोलकर पाकिस्तानी एजेंसियों को दी चेतावनी
‘साइबर कमांडर’ समूह ने इन हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी वेबसाइटों पर ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ जैसे संदेश छोड़े हैं और वहां की एजेंसियों को स्पष्ट चेतावनी दी है.
हैकर समूह ने अपने संदेश में कहा, “हिंदुस्तान जिंदाबाद. आप स्कूलों और पूर्व सैनिकों की वेबसाइटों पर हमला करते हैं और फर्जी प्रचार करते हैं, यह आपकी कमजोरी दर्शाता है. आप जुबान से लड़ने की बात करते हैं? ठीक है, क्योंकि हम आपके हर जुबानी जवाब पर नजर रखते हैं. अगर आपने यह दुष्प्रचार नहीं रोका, तो आपको ऐसी साइबर शक्ति का सामना करना पड़ेगा जो आपकी कल्पना से परे है.”
वहीं, एक अन्य संदेश में लिखा, “तुम्हारा खेल खत्म हुआ. साइबर कमांडर अंतरराष्ट्रीय साइबर नीति और जिम्मेदार आचरण का पालन करता है, लेकिन ये साइबर प्रतिआक्रमण हमारी साइबर क्षमता को दर्शाते हैं. भारत के खिलाफ तुम्हारे दुष्प्रचार विफल होंगे. हम हर बाइट पर नजर रखते हैं और देश की साइबर सुरक्षा के लिए तैयार हैं. भारत न तो साइबर हमले सहेगा और न ही झूठे प्रचार को बर्दाश्त करेगा. यदि हमारी संस्थाओं या नागरिकों पर हमले हुए, तो जवाब ऐसा होगा जिसे सहन कर पाना नामुमकिन होगा.”
पाकिस्तान की ये प्रमुख आधिकारिक वेबसाइटें हुईं हैक
- वाहन लाइसेंस पोर्टल (दस्तक)
- फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (IRIS 0)
- इंटर बोर्ड्स कोऑर्डिनेशन कमिशन (IBCC)
- वर्चुअल यूनिवर्सिटी ऑफ पाकिस्तान (edu.pk)
- डिवाइस पहचान, पंजीकरण और ब्लॉकिंग प्रणाली (DIRBS)
- NADRA (नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी) की वेबसाइट
- 35 से अधिक शैक्षणिक और सरकारी संस्थानों के मेल सर्वर
पाकिस्तानी वेबसाइटों पर किस तरह के हुए साइबर हमले
- पहचान की चोरी और धोखाधड़ी
- डाटा में हेरफेर
- सेवाओं में बाधा
- राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा