पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने भारत को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर भारत पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला करता है तो गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे.
मोहसिन नकवी शाहबाज शरीफ की सरकार में संघीय आंतरिक मंत्री के रूप में भी शामिल हैं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की भी मांग की है. बता दें कि 22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली ई थी.
जियो न्यूज के अनुसार, शनिवार को लाहौर में नकवी ने कहा, “पाकिस्तान किसी भी तटस्थ पक्ष के साथ जांच में पूर्ण सहयोग करने के लिए तैयार है, क्योंकि हम हमले के पीछे के असली अपराधियों को बेनकाब करना चाहते हैं.”
नकवी ने आतंकी हमले का दोष भारत पर मढ़ा और यहां तक कह दिया कि भारत पाकिस्तान की आर्थिक स्थिरता को बर्दाश्त नहीं कर सकता. पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने नकवी के हवाले से लिखा कि उन्होंने कहा,”पाकिस्तान की आर्थिक स्थिरता भारत के लिए असहनीय है. दुनिया को यह देखना चाहिए कि सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का दावा करने वाला देश अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल कैसे कर रहा है.”
आतंकी हमले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपने हाथ में ले ली है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद एनआईए ने इस मामले में औपचारिक कार्रवाई शुरू कर दी है. पहलगाम में मंगलवार को हुए इस आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है.
एनआईए की टीम बुधवार से ही पहलगाम में घटनास्थल पर मौजूद है और साक्ष्य जुटाने में जुटी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एनआईए की टीमें आतंकियों के हमले के तरीके और उनके भागने के रास्तों का पता लगाने के लिए इलाके की बारीकी से जांच कर रही हैं. बैसरन घाटी में हुए इस हमले को कश्मीर के सबसे भयानक आतंकी हमलों में से एक माना जा रहा है. एनआईए की टीमें उन चश्मदीदों से पूछताछ कर रही हैं, जिन्होंने इस खौफनाक मंजर को अपनी आंखों से देखा.
एनआईए के एक आईजी, एक डीआईजी और एक एसपी की निगरानी में जांच चल रही है. ये टीमें आतंकियों के प्रवेश और निकास बिंदुओं की जांच कर रही हैं ताकि यह समझा जा सके कि हमलावर कैसे आए और कहां से भागे. फोरेंसिक विशेषज्ञों और अन्य जांच एजेंसियों की मदद से घटनास्थल की गहन छानबीन की जा रही है. इसका मकसद इस आतंकी साजिश का पर्दाफाश करना है, जिसने इतनी बड़ी त्रासदी को अंजाम दिया.
(एजेंसा इनपुट के साथ)