बीते दिनों केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग को हरी झंडी दे दी थी, जिससे लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के चेहरों पर रौनक लौट आई. खासकर सरकारी विभागों में काम करने वाले निचले स्तर के कर्मचारी, जैसे चपरासी (Peon), अब अपनी सैलरी में संभावित बढ़ोतरी को लेकर काफी उत्साहित हैं.
सरकार की ओर से जल्द ही 8वें वेतन आयोग के अध्यक्ष और दो सदस्यों के नामों की घोषणा की जा सकती है. माना जा रहा है कि यह घोषणा अगस्त 2025 में हो सकती है. समिति के गठन के बाद ही फिटमेंट फैक्टर तय होगा, जो वेतन बढ़ाने का आधार बनता है.
सिर्फ वेतन नहीं, भत्तों में भी होगा सुधार
वेतन आयोग केवल बेसिक सैलरी की समीक्षा ही नहीं करता, बल्कि कर्मचारियों को मिलने वाले महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता, चिकित्सा सुविधाएं, आवास भत्ता जैसे कई अन्य लाभों का भी मूल्यांकन करता है. यही वजह है कि इस आयोग का सभी कर्मचारियों को बेसब्री से इंतजार रहता है.
पीयॉन की सैलरी कितनी बढ़ सकती है?
PWD जैसे विभागों में काम करने वाले चपरासी, मल्टी-टास्किंग स्टाफ और अटेंडेंट को लेवल-1 के कर्मचारी माना जाता है. इनकी मौजूदा बेसिक सैलरी 18,000 प्रति माह है. अगर 8वें वेतन आयोग में 2.86 का फिटमेंट फैक्टर तय होता है, तो ऐसे कर्मचारियों की सैलरी बढ़कर लगभग 51,480 हो सकती है.
सभी कर्मचारी कर रहे अपनी सैलरी का अनुमान
चपरासी से लेकर क्लर्क और कांस्टेबल तक सभी कर्मचारी अब अपनी-अपनी सैलरी का कैलकुलेशन कर रहे हैं कि 8वां वेतन आयोग उनके लिए क्या खुशखबरी लेकर आएगा. खासकर वे कर्मचारी जो अब तक कम वेतन में काम चला रहे थे, उन्हें इस बार बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.
कब से लागू हो सकता है नया वेतन आयोग?
ऐसा अनुमान है कि 8वां वेतन आयोग साल 2026 से लागू किया जा सकता है, ताकि इसे 1 जनवरी 2026 से प्रभावी माना जाए. इससे पहले समिति की नियुक्ति, सिफारिशें और रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
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