Civil war in Syria: सीरियाई विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है. इसी के साथ असद परिवार का 50 साल पुराना शासन समाप्त हो गया है. राष्ट्रपति के रूप में बशर अल-असद ने 24 साल तक शासन किया था. सीरिया के सबसे बड़े विद्रोही गुट के प्रमुख ने असद के पतन के बाद पहली बार सामने आकर इसे इस्लामिक राष्ट्र की जीत बताया है.
रविवार को जब सीरिया के सबसे शक्तिशाली विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेतृत्व में विद्रोही राजधानी में घुसे, तो सीरियाई राष्ट्रपति के देश छोड़कर भाग गए. रूस की सरकारी समाचार एजेंसियों की खबर के अनुसार सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनका परिवार मॉस्को में है और उन्हें शरण दी गई है.
शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण पर जताई सीरियाई प्रधानमंत्री ने सहमति
इस बीच, सीरियाई प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने विद्रोहियों के साथ सहयोग करने पर सहमति जताई और कहा कि वह शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण सुनिश्चित करेंगे. वहिम एचटीएस प्रमुख अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने अपने सैनिकों को सार्वजनिक संपतियों से दूर रहने का आदेश दिया है.
सीरिया में सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित
सीरिया में सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं. यह जानकारी सरकारी सूत्रों ने रविवार को दी. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी इस्लामी विद्रोहियों द्वारा सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल करने के कुछ घंटे बाद दी. सूत्रों ने कहा कि दमिश्क में भारतीय दूतावास अभी भी काम कर रहा है. सूत्रों ने कहा कि दूतावास सभी भारतीय नागरिकों के संपर्क में है और वे सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि दूतावास सीरिया में भारतीय नागरिकों की सहायता के लिए उपलब्ध है.
90 भारतीय नागरिक हैं सीरिया में
आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 14 ऐसे हैं जो संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम कर रहे हैं. एक सूत्र ने कहा, “हमारा दूतावास सीरिया के दमिश्क में काम करना जारी रखे हुए है. दूतावास सभी भारतीय नागरिकों के संपर्क में है और वे सुरक्षित हैं.”