
कारोबार में पति को हुआ घाटा तो दाने-दाने को मोहताज हुई जूली, फिर अचार से आई जिंदगी में रौनक
<p>बिहार के सहरसा जिले के चांदनी चौक की रहने वाली जूली प्रवीण आज आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी हैं. कभी अपने पति के जूता-चप्पल के व्यवसाय में हुए घाटे से जूझ रही जूली ने अब अचार व्यवसाय में सफलता की नई कहानी लिखी है. न केवल उन्होंने अपने परिवार को आर्थिक संकट से उबारा, बल्कि…