आपातकाल के अंधकार में लोकतंत्र की निर्भीक आवाज थे श्री नरेंद्र मोदी

आपातकाल के अंधकार में लोकतंत्र की निर्भीक आवाज थे श्री नरेंद्र मोदी

<p><strong>25 जून 1975&hellip;</strong> भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला दिन. रात 11:45 बजे राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने उस अध्यादेश पर दस्तखत किए, जिसने लोकतंत्र को जेलतंत्र में तब्दील कर दिया.&nbsp;</p> <p>आतंरिक अशांति को नाम पर लिया गया यह निर्णय, वास्तव में इंदिरा गांधी की अपनी सत्ता बचाने की तानाशाही मानसिकता का परिणाम था….

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