‘आरोपी के जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार की अनदेखी नहीं की जा सकती’, SC की टिप्पणी

‘आरोपी के जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार की अनदेखी नहीं की जा सकती’, SC की टिप्पणी

Supreme Court on Article 21: उच्चतम न्यायालय ने बुधवार (12 फरवरी ) को स्पष्ट किया कि संविधान के अनुच्छेद-21 के तहत जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार की अनदेखी केवल इसलिए नहीं की जा सकती कि किसी व्यक्ति पर आपराधिक आरोप हैं. इस फैसले के तहत, अदालत ने उत्तर प्रदेश गैंगस्टर अधिनियम के तहत दर्ज तीन…

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