ED Action In Closed Sugar Mills Fraud: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उत्तर प्रदेश में बंद चीनी मिलों के धोखाधड़ीपूर्ण विनिवेश (Disinvestment Fraud) के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ED ने गुरुवार (27 फरवरी,2025) ₹995.75 करोड़ की अचल संपत्तियां जब्त की हैं. जांच में पता चला कि इन चीनी मिलों की बाजार कीमत बहुत अधिक थी, लेकिन इन्हें बेहद कम कीमत पर बेचा गया.
यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है. जब्त संपत्तियों में तीन बंद चीनी मिलों के भूखंड, भवन और मशीनरी शामिल हैं. ये मिलें बैतलपुर, भटनी और शाहगंज में स्थित थीं और इन कंपनियों के नाम पर थीं.
मल्लो इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड
डायनामिक शुगर प्राइवेट लिमिटेड
हनीवेल शुगर प्राइवेट लिमिटेड
ED की जांच में घोटाले का खुलासा कैसे हुआ?
ED ने यह जांच CBI की एफआईआर के आधार पर शुरू की थी. इस मामले में पूर्व विधान परिषद सदस्य (MLC) मोहम्मद इकबाल और उनके साथियों पर बड़ी धांधली का आरोप है. जांच में सामने आया कि चीनी मिलों की मूल्यांकन से कम कीमत पर बिक्री की गई. बोली प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी और इसमें अनियमितताएं थीं. मिलों की खरीद के लिए अवैध धन (काला धन) का इस्तेमाल किया गया. धन को वी.के. हेल्थ सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से उधार लिया गया और शेल कंपनियों के जरिए घुमाया गया. स्पेशल पर्पस व्हीकल्स (SPV) बनाए गए, फिर इनका स्वामित्व मोहम्मद इकबाल और उनके करीबी लोगों के नाम कर दिया गया.
ED की जांच जारी, आगे और बड़ी कार्रवाई संभव
ED ने धोखाधड़ी से खरीदी गई चीनी मिलों की संपत्तियां जब्त कर ली हैं. मामले की गहन जांच जारी है, और आगे और भी गिरफ्तारियां और संपत्तियों की जब्ती हो सकती हैं. इस मामले ने उत्तर प्रदेश में विनिवेश प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.