Technicolor: विजुअल इफेक्ट और एनीमेशन फील्ड की जानी-मानी कंपनी टेक्नीकलर ने अमेरिका में अपना कामकाज समेटने की तैयारी में जुटना शुरू कर दिया है. कंपनी यहां अपना ऑपरेशन बंद करने जा रहा है. कंपनी के पास MPC, द मिल, माइक्रोस एनिमेशन और टेक्नीकलर गेम्स जैसे बड़े VFX और एनिमेशन ब्रांड हैं. इसने ‘मुफासा: द लायन किंग’ जैसी बड़ी फिल्मों पर भी काम किया है. और तो और कंपनी के पास डिज्नी की ‘लिलो एंड स्टिच लाइव’-एक्शन रीमेक, ‘मिशन: इम्पॉसिबल – द फाइनल रेकनिंग’ और ‘टीनेज म्यूटेंट निंजा टर्टल्स’ सीक्वल जैसे कई अहम प्रोजेक्ट्स भी हैं.
कंपनी नहीं दे पाएगी फरवरी की सैलरी
टेक्नीकलर इंडिया के हेड बीरेन घोष ने हाल ही में एक टाउन हॉल में कहा, ”टेक्नीकलर साफ तौर पर फाइनेंशियली और ऑपरेशनली आगे नहीं बढ़ पा रहा है और हम एक ऐसे स्टेज पर पहुंच गए हैं जहां दुर्भाग्य से हम एक ऑर्गेनाइजेशन के रूप में काम कर पाने में असमर्थ हैं.” उन्होंने आगे कहा, ”मौजूदा परिस्थितियों में, कंपनी के पास टेक्नीकलर इंडिया को भेजने के लिए फंड नहीं है और हम सैलरी व अन्य बकाए का भुगतान नहीं कर पाएंगे.”
संकट में कई हजार लोगों की नौकरी
मार्केट रिसर्च फर्म ट्रैक्सन के मुताबिक, फरवरी 2024 तक टेक्नीकलर ने भारत में लगभग 3,370 लोगों को रोजगार दिया है. कंपनी के शटडाउन होने का असर हजारों की तादात में कर्मचारियों पर पड़ सकता है, लेकिन सीईओ कैरोलीन पैरोट ने आश्वासन देते हुए कहा है कि कंपनी हर देश में अपना काम जारी रखने के तरीके ढूंढ़ रही है. कंपनी के इस तरह से अचानक बंद होने से कर्मचारियों को फरवरी की सैलरी नहीं मिल पाई है. उन्हें अपने प्रोविडेंट फंड और अन्य बेनिफिट्स के न मिलने का भी डर सता रहा है.
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