Wang Li On India-China Relations: चीनी दूतावास के राजदूत वांग ली ने भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों और सीमा विवाद को लेकर एक सकारात्मक बयान दिया. उन्होंने दोनों देशों के बीच शांति, व्यापार और सहयोग को प्राथमिकता देने की बात कही.
पिछले साल अक्टूबर में कजान में प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात हुई. इस मीटिंग के बाद बॉर्डर में शांति बनाए रखने पर सहमति बनी कज़ान में हुई इस मुलाकात में बॉर्डर पर शांति बनाए रखने पर सहमति बनी. यह बैठक दोनों देशों के बीच संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के लिए महत्वपूर्ण मानी गई.
सीमा विवाद पर बातचीत
दिसंबर 2023 में बीजिंग में SR लेवल की बैठक आयोजित की गई. बैठक में सीमा विवाद से जुड़े 6 मुद्दों पर सहमति बनी. दोनों देशों ने सीमा पर शांति बनाए रखने पर जोर दिया. नवंबर 2024 तक भारत और चीन के बीच व्यापार का कुल आंकड़ा 126.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा. इसमें सालाना 1.9% की वृद्धि दर्ज की गई.
भारतीय नागरिकों को वीजा
2024 में चीन ने 2,80,000 भारतीय नागरिकों को वीजा प्रदान किया. यह दोनों देशों के बीच मजबूत होते जनसंपर्क का संकेत है. वांग ली ने कहा कि 2025 में दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. यह अवसर दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए अहम होगा.
दोस्ती और शांति पर जोर
वांग ली ने कहा कि चीन “विन-विन नीति” के तहत भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है.उन्होंने कहा कि सीमा विवाद को उचित ध्यान देते हुए विकास और सहयोग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.वांग ली ने कहा कि दोनों देशों को बॉर्डर इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना चाहिए. भारत और चीन मिलकर दोस्ती का एक नया अध्याय लिख सकते हैं.
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